नईदिल्ली : भारतीय क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी हार्दिक पांड्या टीम को बैलेंस प्रदान करते हैं. इस वर्ल्ड कप में हार्दिक पांड्या का काफी महत्व था, लेकिन जब वो चोटिल हुए तो ऐसा लगा कि अब टीम का संतुलन बिगड़ गया है, जिसका नुकसान वर्ल्ड कप में टीम इंडिया को हो सकता है. हालांकि, ऐसा नहीं हुआ. इस वर्ल्ड कप में हार्दिक पांड्या का चोटिल होना टीम इंडिया के लिए अच्छा साबित हुआ, क्योंकि उसके टीम में अमरोहा एक्सप्रेस आई, जो टीम को सीधा फाइनल तक लेकर चली गई.
जी हां, हम भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी की बात कर रहे हैं, जो अमरोहा से आते हैं. उन्होंने इस वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन किया है. मोहम्मद शमी को शुरुआत के 4 मैचों में खेलने का मौका नहीं मिला था, क्योंकि कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ को टीम में एक एक्सट्रा बल्लेबाज चाहिए था, इसलिए वो शार्दुल ठाकुर को टीम में रख रहे थे, जो गेंदबाजी के साथ-साथ थोड़ी बहुत नंबर-8 पर बल्लेबाजी भी कर सके.
हार्दिक की जगह आए मोहम्मद शमी
हालांकि, जब हार्दिक पांड्या बांग्लादेश मैच के दौरान चोटिल हो गए, उसके बाद टीम कॉम्बिनेशन बिगड़ गया. रोहित शर्मा को अपने पांचवें लीग मैच में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ शार्दुल की जगह मोहम्मद शमी और हार्दिक की जगह सूर्यकुमार यादव को टीम में खिलाना पड़ा. मोहम्मद शमी ने अपने पहले मैच में ही 5 विकेट चटकाकर न्यूज़ीलैंड के खिलाफ भारत को 20 साल बाद आईसीसी टूर्नामेंट के किसी मैच में जीत दिला दी. उसके बाद मोहम्मद शमी रुके ही नहीं, और हर मैच में विकेट चटकाते हुए सिर्फ 6 मैचों में 23 विकेट हासिल कर लिए और इस वक्त वर्ल्ड कप 2023 में सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले गेंदबाज बने हुए हैं.
भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच हुए सेमीफाइनल मैच में भी भारत के किसी भी दूसरे तेज गेंदबाजों को आसानी से विकेट नहीं मिल रही थी, लेकिन उस मैच में भी मोहम्मद शमी का जलवा छाया रहा. शमी ने अपने हरेक स्पैल में विकेट चटकाई और टीम इंडिया की मैच में वापसी कराई और अंत में सिर्फ 57 रन देकर 7 विकेट हासिल किए और सेमीफाइनल मैच में भी टीम इंडिया को जीत दिलाई. इस मैच के लिए मोहम्मद शमी को प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया. इस वर्ल्ड कप में शमी अभी तक कुल 6 मैचों में 3 बार 5 या उससे ज्यादा विकेट चटका चुके हैं. अब देखना होगा कि फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शमी एक्सप्रेस टीम को चैंपियन बना पाती है या नहीं.