रायगढ़ : छत्तीसगढ़ में मतदान खत्म होने से एक दिन पहले तक चुनाव ड्यूटी में लगे सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों को सुविधा केंद्र में मतदान करने की सुविधा दी गई थी. इसके बाद भी कई लोगों ने मतदान नहीं किया. इनके नाम पर पीबी (पोस्टल बैलेट) जारी हो गया था. ऐसे में यदि ड्यूटी नहीं भी लगी होगी, तब भी मतदान केंद्रों में जाकर मतदान नहीं कर सकते. क्योंकि उनके नाम के आगे पीबी लिख दिया जाता है. खास बात तो यह है कि रायगढ़ जिले के करीब 937 मतदाता ऐसे भी हैं, जो बाहर नौकरी करते हैं, लेकिन मतदाता सूची में नाम यहां है.
इसमें भी केवल 381 लोगों ने ही मतदान किया. बाकी लोगों ने किया ही नहीं. यानी करीब 556 लोगों ने मतदान नहीं किया, जो बाहर रहते हैं. इस बार सरकारी कर्मचारियों को सौ फीसदी मतदान करने के लिए कई तरह की सुविधाएं दी गई थीं. इसके बाद भी कई लोगों ने मतदान नहीं किया. सबसे अहम यह है जितने भी 80 प्लस और दिव्यांगों ने फार्म भर कर घर से वोटिंग करने का आवेदन किया था, उसमें 100 फीसदी मतदान हो गया. 207 लोगों ने इसके लिए आवेदन किया था. इसमें 200 लोगों ने होम वोटिंग की.
59 माइक्रो आब्जर्वरों ने किया मतदान
केवल सात लोग छूटे थे, लेकिन इसमें से छह लोगों की तो मतदान की तिथि से पहले मौत हो गई थी और एक ने किसी अन्य कारण से नहीं किया. रायगढ़ जिले में 937 लोग ऐसे हैं, जिनका इस जिले की किसी न किसी मतदान केंद्र की सूची में नाम है, लेकिन वो बाहर रहते हैं. इनमें से 381 लोगों का पोस्टल प्राप्त हुआ. यानी 556 लोगों ने मतदान नहीं किया. इसी तरह बटालियन में 116 लोग थे. यहां केवल 47 लोगों ने ही मतदान किया. नगर सेना में 151 थे. इसमें 131 लोगों ने मतदान किया है. 78 माइक्रो आब्जर्वरों में 59 लोगों ने मतदान किया.
374 सैनिकों को भेजा गया था ईटीपीबीएस
349 पुलिस कर्मियों में 291 और मतदान दल में शामिल 3691 में 3617 लोगों ने मतदान किया. जिले के लैलूंगा और धरमजयगढ़ विधानसभा में सबसे ज्यादा आर्मी है. लैलूंगा में 129 और धरमयजगढ़ में 104 सैनिकों को ईटीपीबीएस भेजा गया. रायगढ़ में 82 और खरसिया में 59 लोगों ने आवेदन किया था. इसमें से अब तक रजिस्टर्ड डाक से करीब 119 बैलेट यहां पहुंच चुके हैं. हालांकि मतगणना के दिन सुबह 8 बजे से पहले तक भी यदि कोई डाक आता है, तो उसे जमा करेंगे.
रायगढ़ विधानसभा में सबसे ज्यादा पोस्टल बैलेट
यही नहीं दो दिसंबर की रात कोई डाक ईटीपीबीए वाला होगा तो, उसे सुबह पोस्ट मैन को मतगणना सेंटर तक पहुंचाना होगा.इसके लिए अधीक्षक से चर्चा भी की गई है. ऐसे में यदि जरुरत पड़ी तो संबंधित पोस्टमेन का पास भी बनाया जा सकता है. जिले के चारों विधानसभाओं की बात करें तो सबसे ज्यादा रायगढ़ विधानसभा में पोस्टल बैलेट हैं. इस विधानसभा में सबसे अधिक 1633 वोट किया गया है.
इसके बाद खरसिया विधानसभा में 12 सौ के आसपास पोस्टल बैलेट हैं. धरमजयगढ़ में एक हजार से अधिक और लैलूंगा में नौ सौ से अधिक है. रायगढ़ में पोस्टल बैलेट ज्यादा होने की वजह से मतगणना के लिए तीन टेबल लगाए जाएंगे.