छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ : भारत और ऑस्ट्रेलिया का रात के अंधेरे में कैसे होगा मैच? मैदान से काटी गई बिजली, बकाया है 3.16 करोड़ रुपये का बिल

रायपुर: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 5 मैचों की टी20 सीरीज चल रही है. इस सीरीज का चौथा मैच रायपुर के क्रिकेट स्टेडियम में आज शाम यानी 1 दिसंबर की शाम 7 बजे से शुरू होना है, लेकिन अब मैच शुरू हो पाएगा या नहीं, इसपर भी समस्या पैदा हो गई है. दरअसल, रायपुर क्रिकेट स्टेडियम में मैच शुरू होने से कुछ घंटे पहले बिजली काट दी गई है. इसका कारण स्टेडियम के ऊपर बकाया बिजली का बिल बताया जा रहा है.

भारत-ऑस्ट्रेलिया मैच से पहले मैदान से कटी बिजली

छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में मौजूद इस अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम का पूरा नाम शहीद वीर नारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम है. इस मैदान ने कई अंतरराष्ट्रीय मैचोंं की मेज़बानी की है, और आज भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच में होने वाले चौथे टी20 मैच की मेज़बानी करने के लिए भी तैयार है, लेकिन उससे पहले इस मैदान के सामने एक बड़ी समस्या आ गई है. शाम 7 बजे शुरू होने वाले मैच से कुछ घंटे पहले इस मैदान की बिजली काट दी गई है, क्योंकि पिछले 5 सालों में बिजली का बिल जमा नहीं किया गया है, जो अब बढ़ते-बढ़ते 3.16 करोड़ रुपये हो गया है.

इस स्टेडियम पर 3.16 करोड़ रुपये का बिल बकाया है, जिसके कारण 5 साल पहले स्टेडियम का बिजली कनेक्शन काट दिया गया था. उसके बाद छत्तीसगढ़ राज्य क्रिकेट संघ के अनुरोध पर एक अस्थायी कनेक्शन स्थापित किया गया था, लेकिन यह केवल दर्शक दीर्घा और पवेलिय के बॉक्स को कवर करता है. इस कारण आज भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाले टी20 मैच के दौरान फ्लडलाइट को जनरेटर से चलाना होगा.

3 करोड़ से ज्यादा का बिजली बिल बकाया

रायपुर ग्रामीण मंडल प्रभारी अशोक खंडेलवाल ने बताया कि सचिव क्रिकेट एसोसिएशन ने स्टेडियम के अस्थाई कनेक्शन की क्षमता बढ़ाने के लिए आवेदन किया है. 2018 में इस स्टेडियम में उस वक्त हंगामा मच गया था, जब हाफ-मैराथन में भाग लेने वाले एथलीट्स को पता चला कि स्टेडियम में बिजली ही नहीं है. उसके बाद बताया गया था कि 2009 से बिजली बिल का भुगतान नहीं किया गया है, जो बढ़कर 3.16 करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, इसलिए मैदान से बिजली काटी गई थी.

हालांकि, 2018 वाले हालात 2023 में भी ठीक नहीं हुई हैं. इस स्टेडियम के निर्माण के बाद इसका रखरखाव लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को सौंप दिया गया, जबकि शेष खर्च खेल विभाग को वहन करना था. बिजली बिल नहीं चुकाने के लिए दोनों विभाग एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. बिजली कंपनी ने बकाया बिल भुगतान के लिए पीडब्ल्यूडी और खेल विभाग को कई बार नोटिस भेजा, लेकिन अभी तक कोई भुगतान नहीं किया गया है.