छत्तीसगढ़

लैपटॉप नहीं चला पाते और अंग्रेजी…; गौतम गंभीर ने बताया क्यों भारतीय कोच विदेशियों से हैं बेहतर

नईदिल्ली : भारतीय क्रिकेट में देशी कोच बनाम विदेशी कोच का मसला चलता रहा है. इस पर कई दिग्गजों का मानना है कि भारतीय टीम के लिए देशी कोच बेहतर हैं, तो कई जानकारों का मानना है कि देशी कोच बेहतर विकल्प हैं. बहरहाल, अब पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने देशी कोच बनाम विदेशी कोच पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. गौतम गंभीर ने कहा कि भारत और पाकिस्तान जैसी टीमों के लिए विदेशी कोच के बजाय देशी कोच का विकल्प बेहतर है. इस बात को गंभीरता से लेने की जरूरत है.

‘हम ठीक से प्रेजेंटेशन नहीं दे पाते, लैपटॉप ठीक से इस्तेमाल नहीं कर पाते और…’

गौतम गंभीर ने कहा हम सबने देखा कि वर्ल्ड कप में भारतीय टीम ने शानदार प्रदर्शन किया. वर्ल्ड कप भारतीय टीम के कोच राहुल द्रविड़ थे, हमें किसी बाहरी कोच की जरूरत नहीं है. दरअसल, गौतम गंभीर Sportskeeda पर अपनी बात रख रहे थे. इस दौरान पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज तेज गेंदबाज वसीम अकरम भी मौजूद थे. गौतम गंभीर कहते हैं कि हमारे कोचों के साथ दिक्कत है कि हम ठीक से प्रेजेंटेशन नहीं दे पाते, लैपटॉप ठीक से इस्तेमाल नहीं कप पाते और अच्छी अंग्रेजी नहीं बोल पाते, क्योंकि हम उस कॉरपोरेट कल्चर से नहीं आते.

‘अगर ऐसे खिलाड़ी भारत और पाकिस्तान के कोच बनना चाहें तो…’

गौतम गंभीर ने कहा कि हमारे पास कई महान खिलाड़ी हैं, जिन्होंने वर्ल्ड कप जीते हैं. अगर ऐसे खिलाड़ी भारत और पाकिस्तान के कोच बनना चाहें तो दोनों मुल्कों को बढ़ावा देना चाहिए. साथ ही उन्होंने भारतीय कोच राहुल द्रविड़ की जमकर तारीफ की. उन्होंने कहा कि राहुल द्रविड़ के कार्यकाल को बढ़ाया जाना चाहिए, लेकिन अगर बतौर कोच राहुल द्रविड़ के कार्यकाल को बढ़ाया नहीं जाता है तो मैं उम्मीद करता हूं कि किसी भारतीय को टीम इंडिया की कोच की जिम्मेदारी मिलेगी.