रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके मंत्रिमंडल का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है. राज्यपाल ने इस्तीफा मंजूर करने के साथ ही बघेल को नई सरकार के गठन तक कार्यभार संभालने के लिए कहा है. मुख्यमंत्री के साथ उनके चारों सलाहकारों ने भी इस्तीफा दिया था, जिसे स्वीकार कर लिया गया है.
भूपेश बघेल और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों के त्याग पत्र के संबंध में दो अधिसूचना जारी की गई है. पहली अधिसूचना राजभवन की तरफ से राजभवन के सचिव के हस्ताक्षर से जारी किया गया है. दूसरी अधिसूचना सामान्य प्रशासन विभाग (जीएडी) की तरफ से मुख्य सचिव के हस्ताक्षर से जारी किया गया है.
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ उनके सभी चारों सलाहकारों ने भी इस्तीफ़ा दिया था, जिसे स्वीकार करते हुए राज्य शासन ने एक दिसंबर से उनकी सेवाएं समाप्त करते हुए उनकी सभी सरकारी सुविधाएं वापस ले ली है. इनमें राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा, पंचायत ग्रामीण विकास सलाहकार प्रदीप शर्मा, संसदीय सलाहकार राजेश तिवारी और मीडिया सलाहकार रूचिर गर्ग शामिल हैं.
इन सभी ने चुनाव परिणाम सामने आने के साथ इस्तीफा भेज दिया था. मुख्य सचिव ने आज मंजूर कर आगे की कार्रवाई के लिए जीएडी को भेज दिया है. जीएडी ने संपदा संचालक से आफिसर्स कालोनी में निवासरत सलाहकारों से आवास खाली कराने कहा है. इन सभी को नवंबर के वेतन भत्ते दिए गए हैं.
मुख्यमंत्री बघेल, उनके मंत्रिमंडल और उनके सलाहकारों के साथ तमाम मंडल-अधिकरण के सदस्य इस्तीफा दे रहे हैं. इस कड़ी में ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष राजेंद्र तिवारी ने अपना इस्तीफा विभागीय सचिव को दे दिया है. वहीं छत्तीसगढ़ राज्य अक्षय ऊर्जा विकास अभिकरण (क्रेडा) के सदस्य कन्हैया अग्रवाल ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. इनके अलावा छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के सदस्य विनोद तिवारी ने भी अपना इस्तीफा मुख्य सचिव को सौंप दिया है.