छत्तीसगढ़

इजराइल-हमास वॉर : इजरायल ने गाजा में तेज किए हमले, हमास के 450 ठिकाने तबाह; अब तक 17 हजार से अधिक लोगों की मौत

गाजा। इजरायल ने गाजा पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया है। इजरायली रक्षा बल (आइडीएफ) का दावा है कि उसने गाजा में बीते 24 घंटे में हमास आतंकियों के 450 ठिकानों को तबाह कर दिया है। गाजा में इतने बड़े हमले के बाद अमेरिका भी चिंतित हो उठा है। क्योंकि हर हमले में भारी संख्या में फलस्तीनी नागरिकों की भी मौत हो रही है।

हमास ने कहा कि इजरायली सेना के साथ उत्तर में गाजा शहर के शेजाइया जिले में और दक्षिण में खान यूनिस में सबसे तीव्र झड़पें हो रही थीं। इस दौरान इजरायली सैनिक एन्क्लेव के दूसरे सबसे बड़े शहर के केंद्र में पहुंच गए थे। इजरायल ने गाजा पट्टी पर अपने हमले को और अधिक तेज कर दिया है।

इजरायली सेना ने शुक्रवार को कहा कि उसने पिछले 24 घंटों में गाजा में जमीन, समुद्र और हवा से 450 से अधिक लक्ष्यों पर हमला किया है, जो पिछले सप्ताह संघर्ष विराम के बाद से सबसे बड़ा हमला है। इजरायल-हमास में चल रहे भीषण युद्ध के चलते गाजा के अधिकांश लोग अब विस्थापित हो गए हैं और किसी भी सहायता तक पहुंचने में असमर्थ हैं। अस्पतालों में भीड़ बढ़ गई है और भोजन खत्म हो गया है।

विस्थापितों की मदद कर रही संयुक्त राष्ट्र की मुख्य एजेंसी ने कहा कि समाज पूरी तरह से पतन के कगार पर है। इजरायल ने पहले कहा था कि उसके सैनिकों ने पिछले महीने अपने कार्यों को काफी हद तक पूरा कर लिया है, उन्होंने इस सप्ताह नया हमला शुरू किया है।

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस हमले में 350 लोगों के मारे जाने की सूचना दी है। इसके साथ ही गाजा में गत दो महीने के इजरायली अभियान में मरने वालों की संख्या 17,170 से अधिक हो गई, जबकि हजारों लोग लापता हैं और माना जाता है कि वे मलबे में दबे हुए हैं।

फिलिस्तीन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि शुक्रवार को इजरायल के हमले से वेस्ट बैंक के तुबास में छह फलस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई है। हमला दक्षिणी तुबास के अल-फरा शरणार्थी शिविर पर किया गया। वहीं, पत्रकारों का अंतरराष्ट्रीय संघ ने दावा किया कि इजरायल युद्ध में अब तक 68 पत्रकार मारे गए है।

इजरायली सेना के भीषण हमले से खान यूनिस और उत्तरी गाजा तबाह हो रहा है। शुक्रवार की सुबह दक्षिण में खान यूनिस, केंद्र में नुसीरात शिविर और उत्तर में गाजा शहर में अधिक हमले की सूचना मिली। अमेरिका ने कहा कि फलस्तीनी नागरिकों की रक्षा करने के इजरायल के वादे और जमीन पर वास्तविक परिणाम के बीच एक अंतर बना हुआ है।