छत्तीसगढ़

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले यूएस में बड़ा कार्यक्रम, भारतवंशी जानेंगे 500 साल पुरानी कहानी

नईदिल्ली : अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन से पहले श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास तैयारियां तेज कर दी हैं। वहीं दूसरी ओर विश्व हिंदू परिषद देश- विदेश में रह रहे भारतवंशियों और सनातन धर्मावलंबियों में भगवान राम के प्रति आस्था जगाने के लिए राम मंदिर के लिए संघर्ष की गाथा जन- जन तक पहुंचाने का कार्य कर रहा है।

वीएचपी की यूएस इकाई यानि विश्व हिंदू परिषद ऑफ अमेरिका शनिवार यानी 9 दिसंबर को एएसआई (भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण ) के पूर्व निदेशक केके मुहम्मद के साथ एक वेबिनार आयोजित कर रहा है। वेबिनार का विषय “अयोध्या में श्री राम मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए 500 साल के हिंदू संघर्ष” रखा गया है। इस वर्चुअल कार्यक्रम में एएसआई के पूर्व निदेशक के साथ भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी भी शामिल हो रहे हैं।

वीएचपी एक संयुक्त बयान में, अमेरिका के हिंदू विश्वविद्यालय और अमेरिका के विश्व हिंदू परिषद ने कहा कि हमारी सभ्यता की कहानी के इस पवित्र प्रतीक को पुनः प्राप्त करने के लिए हिंदू संघर्ष के लंबे इतिहास और अंततः जीत को फिर से दिखाने के लिए वेबिनार की श्रृंखला आयोजित की गई है। इसमें कहा गया है कि इस “बुराई पर अच्छाई” संघर्ष को पांच भागों में दोहराया जाएगा।

इसके बाद वीएचपी 7 जनवरी को चौथा वेबिनार आयोजित कर रहा है। इसको लेकर साइंटिस्ट और लेखक आनंद रंगनाथन ने अयोध्या राम मंदिर के पुनर्निर्माण के लिए 500 साल के हिंदू संघर्ष से सीखे गए सबक पर अपने विचार साझा किए जाएंगेपांचवां और अंतिम वेबिनार 13 जनवरी को निर्धारित है। जहां राम मंदिर के पुनर्निर्माण में हिंदू अमेरिकियों के योगदान पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। अंतिम वेबिनार के वक्ताओं की सूची अभी जारी नहीं की गई है।