छत्तीसगढ़

बरेली सड़क हादसा: नैनीताल हाईवे पर कार और डंपर की टक्कर, आठ लोग जिंदा जले; नहीं खुले दरवाजे, बाहर आई सिर्फ चीखें

भोजीपुरा (बरेली)। शादी समारोह से घर लौट रहे कार सवार आठ लोगों की भीषण दुर्घटना में जलकर मृत्यु हो गई। शनिवार देर रात अनियंत्रित हुई कार नैनीताल हाईवे पर डिवाइडर तोड़कर दूसरी साइड में पहुंची, इतने में सामने से आते डंपर से टकरा गई। तेज धमाके के साथ दोनों वाहनों में आग लग गई।

डंपर चालक तो बचकर भाग गया, मगर कार में सवार सभी यात्री लपटों में फंस गए। देर रात उनके जले हुए शवों के अवशेष निकाले जा सके। पुलिस आशंका जता रही कि कार चालक को झपकी आने से दुर्घटना हुई है।

घटनास्थल पर पहुंचे एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान ने बताया कि आग में जले लोगों की पहचान एवं सटीक संख्या स्पष्ट होने में समय लग सकता है। सभी शव पूरी तरह जल चुके हैं। सिर्फ चालक फुरकान की पुष्टि हुई है।

बहेड़ी के रामलीला मुहल्ले में रहने वाले सुमित गुप्ता किराना दुकानदार हैं। उन्होंने बताया कि नारायणनगला गांव निवासी ग्राहक आसिफ अक्सर दुकान पर आते हैं। उन्होंने शनिवार सुबह अर्टिगा कार (सीएनजी) मांगी थी। कहा था कि भतीजे फुरकान को बरेली में शादी में शामिल होना है। पूर्व परिचय होने के कारण आसिफ के कहने पर कार दे दी थी।

पुलिस के अनुसार, शनिवार रात फुरकान व अन्य लोग बरेली में फहम लान में शादी में शामिल हुए। रात 10.15 बजे समारोह में कुछ लोगों से कहा कि अब घर वापस जा रहे हैं। रात 11 बजे भोजीपुरा थाने से एक किमी बढ़ते ही कार अनियंत्रित हो गई।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कार की गति इतनी अधिक थी कि फोरलेन के डिवाइडर का हिस्सा तोड़कर दूसरी साइड में पहुंच गई। उसी दौरान नैनीताल की ओर से डंपर आ रहा था। वह पूरी गति से कार से जा टकराया। इसके चंद सेकंड में कार में आग लग गई। उसमें बैठे लोगों ने चीखकर मदद मांगी, मगर कार के दरवाजे नहीं खुलने से फंसे रह गए।

कुछ राहगीर शीशे तोड़ने को आगे बढ़े, लेकिन ऊंची लपटों के कारण कार तक नहीं पहुंच सके। इस बीच डंपर में भी आग लग चुकी थी। विकराल स्थिति देखकर कुछ लोग पड़ोस के पेट्रोल पंप से अग्निशमन यंत्र लेकर आए। उससे आग बुझाने का प्रयास किया, मगर सफलता नहीं मिल सकी।

आनन-फानन में दमकल की दो गाड़ियां बुलाई गईं। आधा घंटा बाद आग तो बुझा दी गई लेकिन, कार सवार सभी आठों लोग जलकर राख में बदल चुके थे। इनमें एक आठ साल का बालक भी है। सीओ चमन सिंह चावड़ा ने बताया कि कार मालिक सुमित से आरंभिक जानकारी मिली है। उनका कहना है कि रिश्तेदार की शादी में शामिल होने की बात कहकर फुरकान कार लेकर गए थे। उसमें कौन-कौन सवार था, इसकी जानकारी नहीं है।

कार मालिक सुमित का कहना था कि उन्होंने सिर्फ उपयोग के लिए कार दी थी। फुरकान को परिवार समेत शादी में शामिल होना था, इसलिए इनकार नहीं कर सके। दूसरी ओर, पिता भूरे ने बताया कि फुरकान कुछ समय से सुमित की कार के चालक थे। उनके शादी में शामिल होने की चर्चा तो थी, मगर परिवार के सभी सदस्य तो घर में ही है। कार में कौन लोग सवार थे, यह पुलिस पता करे। 

पुलिस का कहना है कि कार मालिक से पूछताछ की जा रही है। संभव है कि बिना टैक्सी पंजीकरण वह वाहन को किराये पर चला रहा हो। अब दुर्घटना के बाद कार्रवाई से बचने के लिए गुमराह कर रहा हो। 

लाक कार में छटपटाते रह गए सभी यात्री

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग लगते ही कार के सभी दरवाजे लॉक हो गए थे। उसमें बैठे लोगों को कुछ देर छटपटाते देखा, इस बीच लपटें और तेज धुआं भर गया। चंद मिनट में सभी जल गए। एसएसपी ने बताया कि किसी भी शव की पहचान तो दूर, आकार तक समझना कठिन हो रहा। सभी सीटों पर राख के छोटे-छोटे ढेर मिले हैं। आशंका जताई जा रही कि दुर्घटना के दौरान टैंक में आग लगी।