नईदिल्ली : दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र भारत में संसदीय कार्यवाही हमेशा सुर्खियों में रहती है. वैसे तो लोकसभा और राज्यसभा में पक्ष-विपक्ष के बीच राजनीतिक तकरार होती ही रहती है लेकिन कभी-कभार संसद में ऐसे भी पल आते हैं जब दोनों पक्षों के बीच मजाकिया माहौल बन जाता है.
संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान मंगलवार (12 दिसंबर) को उच्च सदन राज्यसभा में ऐसा ही एक मौका आया जब शिवसेना (यूबीटी) की सांसद प्रियंका चतुर्वेदी के साथ राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ मजाकिया अंदाज में नजर आए. चुनाव आयुक्तों की नियुक्ति से संबंधित विधेयक पर चर्चा के दौरान यह नजारा देखने को मिला. हम आपको बताते हैं कि आखिर दोनों में एक दूसरे से क्या कहा.
‘दो मिनट में सब कुछ बर्बाद हो जाता है…’
राज्यसभा में जब मुख्य निर्वाचन आयुक्त और अन्य निर्वाचन आयुक्त (नियुक्ति, सेवा शर्तें और पदावधि) विधेयक 2023 पर चर्चा चल रही थी. प्रियंका चतुर्वेदी को बोलने के लिए 2 मिनट का वक्त दिया गया. जब वह बोलने के लिए खड़ी हुईं तो मुस्कुराते हुए कहा, “सभापति जी मैं इतनी लंबी स्पीच बनाकर आती हूं और केवल 2 मिनट में सबकुछ बर्बाद हो जाता है सर.”
इस पर उपराष्ट्रपति धनखड़ ने हंसते हुए कहा कि 100 मीटर की दौड़ 9 सेकंड में पूरा करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड है. इस पर प्रियंका चतुर्वेदी भी हंसने लगीं और बोलना शुरू किया. तब जगदीश धनखड़ ने उन्हें हंसते हुए थंप्स अप का निशान दिखाया. तब भी प्रियंका चतुर्वेदी हंसते हुए चुनाव आयुक्त की नियुक्ति पर अपनी बात रख रही थीं.
‘प्रधानमंत्री जी के लिए अलग प्रावधान’
प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि चुनाव आयोग का काम केवल चुनाव कराना, इलेक्टरल रोल करना, इलेक्टरल रोल में जो एडल्ट्स हैं जो वोट करते हैं उनको इनरोल करना ही नहीं होता है. यह भी होता है कि अगर पॉलीटिकल पार्टी में कोई डिस्प्यूट होता है या स्प्लिट अराइज करती है तो उसमें निर्णायक डिसीजन और निष्पक्ष डिसीजन लेने की जिम्मेदारी इलेक्शन कमिशन की होती है.
उन्होंने आगे कहा कि महाराष्ट्र में दो पार्टी का स्प्लिट हुआ है. बहस सुप्रीम कोर्ट में चल रही है. इलेक्शन कमीशन के निर्णय 2:1 होंगे तो यह हमेशा पक्षपाती होगा. इस विधेयक में एक क्लॉज इंट्रोड्यूस किया है. उसमें यह हो गया है अगर प्रधानमंत्री जी को सर्च कमेटी के चॉइस या सेलेक्ट कमेटी की चॉइस में से किसी का पालन नहीं करना है तो उसको भी मान्य रखा गया है.
घड़ी देखकर हंसने लगीं
इसके बाद वह घड़ी की ओर देखकर कहने लगीं कि अभी भी 50 सेकेंड हैं जिस पर धनखड़ ने कहा “थैंक्यू”. उनका इशारा बैठने के लिए था लेकिन फिर हंसते हुए प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि अभी भी 40 सेकेंड हैं सर. तब जगदीप धनखड़ भी हंसने लगे और प्रियंका चतुर्वेदी भी.
इसके बाद उन्होंने संविधान सभा में संविधान के गठन के समय डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की एक टिप्पणी का जिक्र करते हुए कहा कि संविधान निर्माता ने कहा था कि चुनाव आयुक्त की नियुक्ति को किसी भी सरकार या पार्टी के हस्तक्षेप से दूर रखना चाहिए. हालांकि दी गई समय सीमा में ही अपनी बात कह कर वह बैठ गईं और दूसरे सांसद को बोलने का मौका दिया गया.