छत्तीसगढ़

अतीक अहमद की हत्या हो चुकी है, ऐसे में…, मुख्तार अंसारी ने सुप्रीम कोर्ट में लगाई अर्जी तो क्या बोली यूपी सरकार?

नईदिल्ली : उत्तर प्रदेश सरकार ने शुक्रवार (15 दिसंबर) को सुप्रीम कोर्ट को गैंगस्टर-राजनेता मुख्तार अंसारी की सुरक्षा बढ़ाने का आश्वासन दिया. राज्य सरकार ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो वह बांदा जेल के अंदर मुख्तार अंसारी की सुरक्षा और कड़ी कर देगी, ताकि उन्हें कोई नुकसान न हो. मामले की अगली सुनवाई 16 जनवरी को होगी.जस्टिस हृषिकेश रॉय और जस्टिस संजय करोल की पीठ ने आज मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी की याचिका पर सुनवाई की. इसमें उमर ने अपने पिता को उत्तर प्रदेश के बाहर किसी भी जेल में स्थानांतरित करने का निर्देश देने की मांग की थी. इस याचिका में मुख्तार अंसारी की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई गई थी.

मुख्तार अंसारी की सुरक्षा बढ़ेगी

यूपी सरकार के ओर से अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल के एम नटराज ने आश्वासन दिया कि ”जरूरत पड़ने पर अंसारी की सुरक्षा में बढ़ोतरी की जाएगी ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उन्हें (मुख्तार) कोई नुकसान न हो.

अंसारी की जान को खतरा

उमर अंसारी की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने कहा कि याचिकाकर्ता के पिता को भारतीय जनता पार्टी (BJP) विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के मामले में दोषी ठहराया गया था. आठ आरोपियों में से चार को पहले ही मारा जा चुका है. ऐसे में उनकी जान को भी खतरा है.

सिब्बल ने बताया कि एक आरोपी की कोर्ट रूम में पेशी के दौरान गोली मारकर हत्या कर दी गई. इस पर अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल ने विरोध किया और कहा कि उन्हें सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बांदा जेल भेजा गया था.  

उमर अंसारी ने अपनी याचिका में कहा कि चूंकि मुख्तार अंसारी एक ऐसे राजनीतिक दल से हैं, जो राजनीतिक और वैचारिक रूप से राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी का विरोध करता है, इसलिए उनके परिवार को भी टारगेट कर के प्रताड़ित किया जा रहा है.

अतीक अहमद की हत्या का जिक्र
याचिका में कहा गया है कि हाई कोर्ट ने इस साल मई में उनकी सुरक्षा को बढ़ाने का आदेश दिया था. इसके बावजूद 18 मई, 2023 को कुछ अज्ञात और संदिग्ध व्यक्तियों ने याचिकाकर्ता के पिता की जेल बैरक का दौरा किया था. इसमें अतीक अहमद की हत्या का भी जिक्र किया गया है.

याचिका में कहा गया है कि हाल ही में पुलिस सुरक्षा में अतीक अहमद और उनके भाई की हत्या कर दी गई थी और इसलिए याचिकाकर्ता को अपने पिता की जान को भी खतरा है.

‘वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से हो पेशी’
याचिका में कहा गया है सरकार लगातार उनके परिवार, खासकर उनके पिता के खिलाफ व्यक्तिगत रूप से शत्रुतापूर्ण रुख अपना रही है. इसके अलावा उन्हें यह भी जानकारी मिली है उनके पिता की जेल में हत्या करने की साजिश रची जा रही है. याचिका में यह भी निर्देश देने की भी मांग की गई है कि मुख्तार अंसारी को केवल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से अदालतों के समक्ष पेश किया जाए.