नई दिल्ली। देश की सबसे सुरक्षित जगहों में शुमार संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में आरोपियों के बारे में लगातार नई जानकारियां सामने आ रही हैं। ताजा जानकारी के मुताबिक, पुलिस ने सभी आरोपियों के फोन के पार्ट्स राजस्थान से बरामद किए हैं। सभी फोन जली हुई हालत में मिले हैं। एजेंसी ने दिल्ली पुलिस के सूत्रों का हवाला देते हुए बताया कि सभी आरोपियों के फोन ललित झा के पास थे।
गिरफ्तार किए गए छठे आरोपित महेश कुमावत का भी पुलिस को कोर्ट से सात दिन का रिमांड मिल गया है। अब तब छह आरोपित सागर, मनोरंजन, नीलम आजाद, अमोल शिंदे, ललित झा और महेश गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
फोन नष्ट करने नागौर गया था ललित
अब दिल्ली पुलिस मामले में दर्ज एफआईआर में धारा 201-बी (साक्ष्य नष्ट करना/साक्ष्य गायब करना) जोड़ेगी। पुलिस का कहना है कि आरोपी ललित ने जानबूझकर और सोचे-समझे तरीके से चारों आरोपियों का फोन ले लिया और हैंडसेट जलाकर नष्ट कर दिया। राजस्थान के नागौर जिले के एक सुनसान जंगली इलाके में हैंडसेट के जले हुए अवशेष मिले हैं। अब यह साबित हो गया है कि आरोपी ललित भागने के लिए नहीं बल्कि फोन नष्ट करने के उद्देश्य से नागौर गया था।
ललित झा को मास्टरमाइंड मान रही दिल्ली पुलिस
ललित झा को दिल्ली पुलिस मास्टरमाइंड मान रही है। ललित ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में भारत को बम की जरूरत है… लिखा था। उक्त पोस्ट की दिल्ली पुलिस ने गहन जांच शुरू कर दी है।
हरियाणा के जींद की नीलम से मिलने के लिए भाई रामनिवास ने अदालत की शरण ली है। नीलम से मुलाकात करने और एफआइआर की कापी लेने के लिए पटियाला हाउस कोर्ट में याचिका दायर की है। इस पर 18 दिसंबर को सुनवाई होगी। वह शुक्रवार को दिल्ली में बहन से मिलने पहुंचे थे, लेकिन पुलिस ने मिलने नहीं दिया।