छत्तीसगढ़

संसद हंगामे के मास्टरमाइंड के घर पहुंची पुलिस, मां बोलीं- ललित की शादी तय हो गई थी

नईदिल्ली : संसद भवन सुरक्षा में सेंध मामले के आरोपी ललित झा के घर दरभंगा के बहेड़ा थाना पुलिस रविवार देर शाम एक बार फिर पहुंची। पुलिस ने परिवार वालों से पूछताछ की है। पुलिस के जाने के बाद ललित की मां मंजुला देवी फफक-फफककर रोने लगीं। उन्होंने फिर कहा कि वह ऐसा नही था कैसे हो गया यह सब समझ में नहीं आ रहा है। अभी तो मार्च 2024 में हमलोग उसकी शादी करने वाले थे। मंजुला ने बताया कि ललित की शादी फिक्स हो चुकी थी।

ललित के दोनों भाइयों के मोबाइल नंबर की जांच की गई
बताया जाता है कि बिहार पुलिस की टीम ने ललित झा के बड़े भाई शंभू कुमार झा एवं छोटे भाई हरिदर्शन झा उर्फ सोनू के मोबाइल नंबर की जांच की। पुलिस टीम ने इनके कॉल डिटेल्स भी खंगाले। इसके बाद रामपुर उदय गांव में इस मामले की चर्चा एक बार फिर तेज हो गयी है। सूत्रों का कहना है कि इस मामले की मॉनिटरिंग बिहार के डीजीपी आरएस भट्ठी खुद कर रहे हैं। दरभंगा पुलिस ललित के परिवार वालों के मोबाइल नम्बर को टेक्निकल सेल के माध्यम से लगातार ट्रेस कर रही है। ग्रामीण भी इस घटना के बाद उनके परिवार वालों से सम्पर्क रखने वालों पर नजर रखी जा रही है। कयास यह भी लगाए जा रहे हैं कि दिल्ली पुलिस ललित के गांव अलीनगर के रामपुर उदय भी पहुंचकर परिवार वालों से पूछताछ कर सकती है।

एसएचओ बोले- वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश पर की गई पूछताछ
आरोपी ललित के पिता देवानंद झा के सगे-संबंधी अपनी जिज्ञासा शांत करने व उनका हालचाल लेने उनके घर पर पहुंच रहे हैं। रामपुर उदय गांव के अधिवक्ता अमरेश झा, विनय कुमार झा, प्रिय रंजन मिश्रा, सुनील झा, पूर्व मुखिया मदन झा तथा मौजूदा मुखिया रेखा देवी ने कहा कि ललित बचपन से ही सज्जन स्वभाव का है। वह पढ़ने में मेधावी है। साल में एक-दो बार गांव आने पर वह गांव के बच्चों को उच्च शिक्षा ग्रहण करने की नसीहत देता है। इसके अलावा वह सामाजिक कार्यों में भी हाथ बंटाता है। ऐसे मिलनसार स्वभाव के लड़के का नाम इस मामले में आने पर हम लोग आश्चर्यचकित हैं। ग्रामीण इसके लिए संसद भवन की सुरक्षा में लगे पुलिस को जिम्मेदार मानते हैं।  इस मामले में पूछे जाने पर बहेड़ा थाने के प्रभारी एसएचओ शिवकुमार राम ने कहा कि वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के आदेश पर परिवार वालों से पूछताछ रविवार की शाम फिर से की गई है। आगे अधिकारियों के आदेश का इंतजार है। उनका आदेश आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।