नईदिल्ली : केंद्र ने कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी और भारत में JN.1 वैरिएंट के पहले मामले का पता चलने के मद्देनजर सोमवार (18 दिसंबर) को राज्यों को एडवाइजरी जारी की. राज्यों से कोविड स्थिति पर निरंतर निगरानी बनाए रखने का आग्रह किया गया है.
राज्यों को नियमित आधार पर जिलेवार एसएआरआई और आईएलआई मामलों की रिपोर्ट और निगरानी करनी होगी. राज्यों को ज्यादा संख्या में आरटी-पीसीआर परीक्षणों सहित पर्याप्त परीक्षण सुनिश्चित करने की सलाह दी गई. साथ ही जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए पॉजिटिव नमूने INSACOG प्रयोगशालाओं में भेजने की सलाह दी गई.
भारत में कहां पाया गया सब-वेरिएंट जेएन.1?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, केरल में 8 दिसंबर को कोविड-19 के सब-वेरिएंट जेएन.1 का पहला मामला सामने आया था. एक 79 वर्षीय महिला इससे संक्रमित पाई गई थींं. कुछ दिन पहले सिंगापुर में भी एक भारतीय यात्री JN.1 सब-वेरिएंट से संक्रमित पाया गया था. वह तमिलनाडु के तिरुचिरापल्ली का रहने वाला था. शख्स ने अक्टूबर में सिंगापुर की यात्रा की थी.
देश में कोरोना के 260 नए मामले दर्ज
सोमवार (18 दिसंबर) को अपडेट हुए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत में कोरोना वायरस से संक्रमण के 260 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि सक्रिय मामले बढ़कर 1,828 हो गए हैं. सुबह 8 बजे अपडेट किए गए आंकड़ों के अनुसार कोरोना से जान गंवाने वालों की संख्या 5,33,317 दर्ज की गई.
भारत में कितने लोग हो चुके हैं कोरोना से संक्रमित और कितने ठीक हुए?
देश में कोविड मामलों की संख्या 4.50 करोड़ (4,50,05,076) है. स्वास्थ्य मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, बीमारी से ठीक होने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,44,69,931 हो गई है और राष्ट्रीय रिकवरी दर 98.81 फीसदी है. कोरोना में मृत्यु दर 1.19 प्रतिशत है. मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, देश में 220.67 करोड़ कोविड टीकों की खुराक दी जा चुकी हैं.