रायपुर। लोकसभा में घुसकर और बाहर रहकर धुआं किये जाने की घटना पर लोकतंत्र के मंदिर में सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं. विपक्ष लगातार इसको लेकर सवाल उठा रहा है और इसपर सदन में चर्चा करने की मांग कर रहा है. जिसको लेकर संसद में आए दिन हंगामा हो रहा है और सांसदों का निलंबन जारी है. शीतकालनीन सत्र के दौरान अब तक 141 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है. इसमें 95 लोकसभा और 46 राज्यसभा के सांसद हैं. इतिहास में इससे पहले इतनी बड़ी संख्या में कभी भी सांसदों का निलंबन नहीं हुआ था. इसलिए इस निलंबन को अभूतपूर्व कहा जा रहा है.
वहीं मंगलवार को सांसदों को ताबड़तोड़ सस्पेंड किये जाने के बाद नाराज विपक्षी नेता प्रदर्शन कर रहे थे. इस दौरान देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनकड़ की TMC सांसद कल्याण बनर्जी ने नकल उतारी है. जिसको लेकर हर कोई निंदा कर रहा है और थाने में शिकायत भी दर्ज कराई गई है. इसका वीडियो भी वायरल हुआ है. जिसमें टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी उपराष्ट्रपति की नकल करते दिख रहे हैं. इस दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी घटना को अपने फोन में रिकॉर्ड करते दिखे.
राहुल गांधी के इस कृत को लेकर पक्ष के नेटका लगातार उनपर निशाना साध रहे हैं. इस बीच छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. सीएम साय ने एक्स पर ट्वीट कर लिखा है, वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में विपक्ष के नेता उपराष्ट्रपति जैसे संवैधानिक पद का सार्वजनिक रूप से मजाक उड़ा रहे हैं. देश के संविधान और संसदीय परंपराओं का अपमान विपक्ष की संकीर्ण मानसिकता प्रदर्शित करता है. विपक्ष ने एक बार फिर भारत की जनता को निराश कर देश का सर शर्म से झुका दिया है.
लोकतंत्र के मंदिर से शीतकालनीन सत्र में 141 सांसदों को निलंबित किया गया है. इसमें 95 लोकसभा और 46 राज्यसभा के सांसद हैं. इससे पहले 15 मार्च 1989 को लोकसभा से 63 सांसदों को निकाला गया था. ये सांसद इंदिरा गांधी हत्याकांड की जांच करने वाले आयोग की रिपोर्ट सदन में पेश करने की मांग को लेकर हंगामा कर रहे थे.