छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ : एंबुलेंस से हो रही थी गांजे की तस्करी, रायपुर पुलिस ने रोका तो अंदर का नजारा देखकर रह गए सभी हैरान, 40 लाख का माल बरामद

रायपुर। छत्तीसगढ़ में नशे के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई जारी है. राज्य की सीमा से लगे क्षेत्रों के अलावा भीतरी इलाकों में पुलिस तस्करों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. इसी बीच रायपुर पुलिस ने एंबुलेंस में गांजा तस्करी कर रहे एक युवक को गिरफ्तार किया है. जिसके कब्जे से 72 अलग-अलग पैकेट में रखा हुआ करीब 364 किलों गांजा बरामद किया है.

बता दें कि राजधानी रायपुर समेत आसपास के इलाकों में गांजे की तस्करी करने वाले सक्रिय हैं. ओडिशा से कभी बस के जरिए तो कभी कार के माध्यम से गांजा की तस्करी के मामले में पुलिस घेराबंदी कर आरोपियों को दबोचा है, लेकिन इस मामले में तस्कर पुलिस की आंख में धूल झोंकने के लिए नया तरीका अपनाते हुए एंबुलेंस से गांजा की तस्करी कर रहे थे. इस बारे में मुखबिर ने आमानाका थाना प्रभारी को सूचित किया. जिसके बाद आमानाका के थाना प्रभारी संतराम सोनी टीम के साथ मौके पर रवाना हुए.

मुखबिर की निशानदेही पर पुलिस टीम ने डूमर तालाब के पास चाणक्य स्कूल टर्निग पर घेराबंदी की, इस दौरान पुलिस को देख 3 बदमाश एंबुलेंस छोड़कर फरार रो गए. एंबुलेंस की तलाशी लेने पर पुलिसकर्मियों के होश उड़ गए. एंबुलेंस में अलग-अलग 72 पैकेटों में करीब 364 किलो गांजा रखा हुआ था. पुलिस ने जब एंबुलेंस के ड्राइवर से इसके बारे में पुछा तो उसने अपने साथियों के साथ गांजा को ओडिशा से लाकर बलौदाबाजार के रास्ते दूसरे राज्य में खपाने का खुलासा किया.

पुलिस ने एंबुलेंस ड्राइवर सुरज खूटे पिता कृष्णलाल खुटे (उम्र 22 साल) को गिरफ्तार किया है, जो कि डोंगियाभाठा सारंगढ़ का रहने वाला है. उसने पूछताछ में बताया कि फरार साथियों में एक का नाम गोलू चन्द्रा है जो कि सारंगढ़ के ग्राम सलौनी कला का रहने वाला है, वहीं अन्य दो युवकों का नाम उसे मालूम नहीं है.

मामले में पुलिस ने एंबुलेंस क्रमांक CG/04/HD/ 8385 (कीमत 10 लाख) और 72 पैकेट में बंद 364 किलो गांजा जब्त किया है. जिसकी कीमत 36 लाख रूपये बताई जा रही है. पुलिस आरोपी सुरज खूटे और उसके साथियों के खिलाफ एन. डी.पी.एस. एक्ट के तहत मामला दर्ज कर फरार आरोपियों की तलाश में जुटी हुई हैं.