महासमुंद. छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंगठन के चालकों ने ट्रक ब्लास्ट होने से चालक की मौत होने पर उनके परिजनों को मुआवजा देने की मांग को लेकर बीएससीपीएल कंपनी का घेराव किया. संघ के प्रदेशाध्यक्ष ने बताया कि बीएससीपी एल कंपनी में रंजय कुमार साय उम्र 44 वर्ष निवासी जहानाबाद बिहार वर्ष 2008 से ड्राइवर के पद पर स्थायी रुप से कार्य करते थे. 2 नवंबर को डीजल से भरी टैंक लेकर पिथौरा बीएससीपीएल कंपनी के प्लांट गए थे, जहां प्लांट इंजीनियर ने फोर मेन से ट्रक मे वेल्डिंग करने को कहा और ट्रक में डीजल भरा हुआ था. फोरमेन के वेल्डिंग करते ही ट्रक ब्लास्ट हो गया और ट्रक चालक रंजय कुमार साव बुरी तरह जख्मी हो गए. गंभीर रूप से घायल रंजय को रायपुर के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 09 नवंबर को उनकी मौत हो गई.
कंपनी ने पिथौरा थाने मे शाॅर्ट सर्किट से आग लगने की रिपोर्ट दर्ज कराई. मृतक की पत्नी, दो बच्चे, एक मानसिक रुप से बीमार भाई और बूढ़े माता- पिता का सहारा उठ जाने के बाद परिवार कंपनी से 41 लाख 28 हजार का मुआवजा मांग रहा है, पर कंपनी देने को तैयार नहीं है. इसी मुद्दे को लेकर छत्तीसगढ़ ड्राइवर महासंगठन ने आज कंपनी का घेराव किया.
ड्राइवर महासंगठन के प्रदेशाध्यक्ष का कहना है कि कंपनी की लापरवाही के कारण रंजय की मृत्यु हुई है, इसलिए कंपनी उन्हें 41 लाख मुआवजा दे नहीं तो हम लोग अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे. वहीं प्रबंधन के अधिकारी कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे हैं. अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का कहना है कि घेराव के दौरान दोनों पक्ष सोमवार को बैठकर बातचीत करने पर सहमत हो गए हैं और पिथौरा थाने में मर्ग कायम है. आखिर घटना कैसे घटित हुई जांच कर कार्रवाई की जाएगी.