नईदिल्ली : मानव तस्करी का शिकार होने के संदेह के कारण फ्रांस के एक हवाई अड्डे पर फंसे 300 से ज्यादा भारतीय यात्रियों में से अधिकांश सोमवार (25 दिसंबर) को फिर से अपनी यात्रा शुरू कर पाएंगे. एएफपी ने फ्रांसीसी न्यायिक सूत्रों के हवाले अपनी एक रिपोर्ट में यह दावा किया है.
303 भारतीय यात्रियों को लेकर निकारागुआ जा रही एयरबस A340 गुरुवार (21 दिसंबर) को ईंधन भरने के लिए पेरिस के पास छोटे वैट्री एयरपोर्ट पर पहुंची थी, जहां उसे रोक लिया गया था और हिरासत में ले लिया गया था. विमान ने दुबई से उड़ान भरी थी. इस विमान को रोमानियाई चार्टर कंपनी लीजेंड एयरलाइंस की ओर से संचालित किया जाता है.
फ्रांसीसी जजों ने की यात्रियों से पूछताछ
अधिकारियों के मुताबिक, संभावित मानव तस्करी पीड़ितों की मौजूदगी की गोपनीय सूचना के बाद विमान को हिरासत में लिया गया था. चार फ्रांसीसी जजों ने रविवार (24 दिसंबर) को यात्रियों से उनकी यात्रा की स्थितियों और उद्देश्य का पता लगाने के लिए पूछताछ शुरू की. जजों के पास इस पूछताछ को पूरा करने के लिए दो दिन का समय होता है, अगर जरूरी हो तो हिरासत को बढ़ाने का अधिकार भी होता है.
दो यात्रियों को लिया गया था हिरासत में
एएफपी के मुताबिक, पेरिस के अभियोजकों ने बताया कि सोमवार को सुबह तक विमान और यात्रियों को जाने की मंजूरी मिलने की उम्मीद है. 11 अकेले नाबालिगों समेत यात्रियों को वर्तमान में हवाई अड्डे तक ही सीमित रखा गया है, उनकी रुकने अस्थायी व्यवस्था की गई थी. इस प्रकरण में शुक्रवार (22 दिसंबर) को दो यात्रियों को हिरासत में लिया गया था. फ्रांस में भारतीय दूतावास ने कहा था कि मौके पर उसके कर्मचारियों की उपस्थिति है और समाधान निकालने की कोशिश की जा रही है.