नईदिल्ली : शिवसेना सांसद संजय राउत ने राममंदिर और जम्मू कश्मीर में आतंकी हमलों को लेकर केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला. संजय राउत ने कहा कि बीजेपी रामलला के नाम पर बार-बार वोट मांग रही है. रामलला देश की अस्मिता हैं, बीजेपी उन्हें किडनैप करना चाहती है. राउत ने दावा किया कि शिवसेना पहली ऐसी पार्टी है, जिसने ट्रस्ट की स्थापना के बाद सबसे पहले 1 करोड़ रुपये का दान दिया था. उन्होंने कहा, रामलला किसी की पर्सनल प्रॉपर्टी नहीं है. अयोध्या की जमीन बीजेपी के नाम पर नहीं है. यह रामलला के नाम है. इसलिए इसपर संभल कर राजनीति करें.
संजय राउत ने जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले को लेकर भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, ”वे (बीजेपी सरकार) विपक्ष मुक्त संसद बनाना चाहते हैं. इसी काम में पीएम मोदी लगे हैं. चुनाव में जाते हैं, सीएम बनाते हैं. शपथ ग्रहण में जाते हैं. उत्सव मनाते हैं. उसी वक्त हमारा दुश्मन, देश का दुश्मन कश्मीर में हमारे जवानों के ऊपर हमले की साजिश रचता है. यह बहुत ही गंभीर बात है, संसद में लोग घुस जाते हैं. वहां कश्मीर में आतंकी घुसते हैं, हमारे जवानों पर हमला करते हैं, लेकिन उन्हें इसकी खबर नहीं है. वे (पीएम मोदी) बड़ी बड़ी बातें करते हैं. हवा में बातें करते हैं.
जवान शहीद हो रहे, सरकार सो रही- संजय राउत
राउत ने कहा, ”पुंछ में जो हमला हुआ है, वो एक तरीके से पुलवामा की तरह है. इसी तरह से पुलवामा में हमला हुआ था. सरकार सो रही थी. आज भी सरकार सो रही है. सरकार 370 हटाने का जश्न मना रही है. जब 370 हटाया था, तो हमने समर्थन किया था. जवानों की सुरक्षा कौन करेगा? बिना लड़े हमारे जवान शहीद हो रहे हैं. ये क्या चल रहा है. क्या आप एक बार फिर राजनीति करना चाहते हैं. क्या आप एक बार फिर पुलवामा की तरह 2024 में इसी मुद्दे पर वोट मांगने जाना चाहते हैं. आप देखिए दो महीने में कितने जवानों की हत्या हुई, आंकड़ा देखकर आप कांप उठेंगे. अगर हम इस पर संसद में सवाल उठाते हैं. तो हमें निलंबित कर दिया गया. अगर हम सवाल पूछेंगे, तो हमें देश से भी बाहर निकाल देंगे. ये कौन सी लोकशाही है, ये कौन सा लोकतंत्र है.”
शिवसेना से राज्यसभा सांसद राउत ने कहा, देखिए कश्मीर की हालत जिस तरीके से दिखाई जा रही है, वैसी वास्तव में नहीं है. ये बात मैं मानता हूं और इसे पूरा देश देख रहा है. आप सदन में आकर भाषण दे सकते हैं, आप भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के सामने भाषण दे सकते हैं, लेकिन कश्मीर की स्थिति 370 हटाने के बाद नहीं बदले, ये पूरा देश जानता है.
संजय राउत ने कहा, जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती एक स्थानीय नेता हैं. उनसे हमारे मतभेद हो सकते हैं. लेकिन उन्होंने कश्मीर को लेकर जो बात कही वह बिल्कुल सही है. यह जो हमला हुआ, वह पुलवामा का रिपीट था. लगभग तीन चार महीने में हमारे 25 से ज्यादा बड़े आर्मी अफसर शहीद हुए हैं. इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? सरकार पूरी तरीके से चुनाव में व्यस्त है, सीएम बदलने में व्यस्त है. केंद्रीय एजेंसियों का केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करने में व्यस्त है, तो कश्मीर की हालत कौन सुधारेगा.
क्या कहा था महबूबा मुफ्ती ने?
दरअसल, 21 दिसंबर को जम्मू कश्मीर के पुंछ में आतंकियों ने सेना के दो वाहनों पर हमला कर दिया था. इस हमले में चार जवान शहीद हो गए. जबकि तीन जवान जख्मी हो गए थे. इसके अलावा बारामूला में पूर्व एसएसएपी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. इन हमलों पर पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती ने दुख जताया था. मुफ्ती ने कहा था कि केंद्र द्वारा प्रचारित सामान्य स्थिति के दिखावे को बनाए रखने की कीमत निर्दोष लोगों को चुकानी पड़ रही है.