नईदिल्ली : केंद्रीय खेल मंत्रालय ने रविवार (24 दिसंबर) को भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) की मान्यता रद्द कर दी. इस फैसले पर कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने सवाल खड़े किए हैं. प्रियंका ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार इसको लेकर झूठी खबर फैला रही है. कुश्ती संघ को भंग नहीं किया गया है, सिर्फ उसकी गतिविधियों पर रोक लगाई है.
प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर लिखा, ”कुश्ती संघ को भंग करने का भ्रम फैलाकर आरोपी को बचाने का प्रयास किया जा रहा है. एक पीड़ित महिला की आवाज दबाने के लिए इस स्तर पर जाना पड़ रहा है?”
‘सरकार ने पीड़िताओं को प्रताड़ित, आरोपी को किया पुरस्कृत’
कांग्रेस नेता ने कहा, ”देश को गौरवान्वित करने वाली नामचीन खिलाड़ियों ने बीजेपी सांसद पर यौन शोषण का आरोप लगाया तो सरकार आरोपी के साथ खड़ी हो गई. पीड़िताओं को प्रताड़ित और आरोपी को पुरस्कृत किया. प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के कान पर जूं तक नहीं रेंगी. महिला पहलवानों से आंदोलन वापस लेने की एवज में दिये गये आश्वासन को गृहमंत्री भूल गए.”
‘पुरस्कार वापसी के बाद सरकार फैला रही अफवाह’
उन्होंने कहा कि अहंकार की पराकाष्ठा यह है जिस बीजेपी सांसद पर महिला खिलाड़ियों के यौन शोषण का आरोप है, उसने खुद ये भी फैसला करवा लिया कि अगला नेशनल गेम उसी के जिले और उनके ही कॉलेज ग्राउंड पर खेला जाएगा. इस अंधेरगर्दी और अन्याय से हारकर ओलंपिक विजेता साक्षी मलिक ने कुश्ती ही छोड़ दी. खिलाड़ी अपने पुरस्कार वापस करने लगे तो सरकार अफवाह फैला रही है.
‘सत्ता में बैठे लोग महिलाओं को कर रहे प्रताड़ित’
प्रियंका गांधी ने आरोप लगाया कि जहां भी किसी महिला पर अत्याचार होता है, यह सरकार अपनी पूरी सत्ता की ताकत के साथ आरोपी को बचाती है. वह पीड़ित को ही प्रताड़ित करती है. आज हर क्षेत्र में महिला नेतृत्व की बात होती है लेकिन सत्ता में बैठे लोग ही आगे बढ़ रही महिलाओं को प्रताड़ित करने, दबाने और हतोत्साहित करने में लगे हैं. देश की जनता, देश की महिलाएं यह सब देख रही हैं.