छत्तीसगढ़

छत्तीसगढ़ : सरगुजा में हाथियों का आतंक, तीन मवेशियों को कुचलकर मारा, तीन घायल, वन विभाग अलर्ट

सुरगुजा : सरगुजा जिले के उदयपुर वन परिक्षेत्र में लगभग 10 दिनों से 9 हाथियों का दल विचरण कर रहा है. इन हाथियों के द्वारा लगातार मवेशियों को अपना निशाना बनाया जा रहा है. मंगलवार की रात करीब 9 बजे महेशपुर के रमसागर पतरा जंगल से निकल कर हाथियों का दल रिहायशी बस्ती की ओर बढ़ रहे थे. तब ग्रामीणों ने महेशपुर शिव मंदिर चौक के पास आग जलाकर हाथियों को बस्ती की ओर जाने से रोकने की कोशिश की, और ग्रामीणों की यह तरकीब काम आई. हाथी बस्ती की ओर जाना छोड़कर जंगल किनारे स्थित गोढा तालाब की ओर रुख करने लगे. 

इसी दौरान तालाब के मेड़ पर संत राम पिता सोनू घसिया के द्वारा बांधे गए 6 नग बैल पर हाथियों की नजर पड़ी. हाथियों ने उन पर हमला कर दिया और तीन बैलों को मारने के बाद कुचल दिया और तीन नग बैल को घायल कर दिया. ग्रामीणों ने बताया कि एक दिन पहले इन्हीं हाथियों के दल द्वारा ग्राम फुनगी में जंगल के भीतर बने एक ग्रामीण मुकेश के झोपड़ी को बुरी तरह से क्षतिग्रस्त कर दिया, साथ ही रामखेलावन और समुंदर साय के घर को क्षति पहुंचाई है. 

हाथियों के बढ़ रहे लगातार हमले 

वन अमला की सजगता से जनहानि को तो अब तक रोका जा सका है परंतु मवेशियों को हाथियों के हमले से नहीं बचाया जा सका है. हाथियों द्वारा किए जा रहे इस तरह के आक्रामक बर्ताव और घटना से आस पास के ग्राम में भय का माहौल है. हाथी अभी अलकापुरी सागौन बारी में है. हाथी आक्रमण क्यों हो रहे है इस सवाल का जवाब तलाशना होगा, क्योंकि 9 हाथियों का दल इस बार मवेशियों को बहुत नुकसान पहुंचा रहे हैं. अब तक लगभग पांच मवेशियों को मौत के घाट उतार चुके है.

हाथियों के मूवमेंट से गांवों में अलर्ट 

वन अमला द्वारा हाथियों से बचाव के उपाय के मुनादी कराई जा रही है, सतत निगरानी की जा रही है. हाथियों के संभावित मूवमेंट वाले गांवों को अलर्ट किया जा रहा है. आवश्यकता पड़ने पर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर भी पहुंचाया जाता है. प्रशिक्षु डीएफओ सह प्रभारी रेंजर अक्षय भोसले के नेतृत्व में उप वन क्षेत्रपाल अजीत सिंह, वनपाल परमेश्वर राम, परिक्षेत्र सहायक उदयपुर चंद्रभान सिंह, वन रक्षक दिनेश तिवारी, राजेश राजवाड़े, भरत सिंह, धनेश्वर रिहायशी इलाकों में जाकर ग्रामीणों को अलर्ट कर रहे है.