नईदिल्ली : अभिनेता से नेता बने विजयकांत का गुरुवार को निधन हो गया. वे कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे. इसके बाद सांस लेने में दिक्कत होने के चलते उन्हें चेन्नई के एक प्राइवेट अस्पताल में वेंटिलेटर पर रखा गया था. समाचार एजेंसी पीटीआई ने अस्पताल के सूत्रों के हवाले से यह जानकारी दी है.
बताया जा रहा है कि DMDK पार्टी के संस्थापक विजयकांत (71 साल) चेन्नई के MIOT हॉस्पिटल में एडमिट थे. यहीं उन्होंने आखिरी सांस ली. उनके निधन के बाद हॉस्पिटल के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है.
पीएम मोदी ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने DMDK चीफ कैप्टन विजयकांत के निधन पर शोक जताया. उन्होंने ट्वीट किया, तिरु विजयकांत जी के निधन से अत्यंत दुख हुआ. तमिल फिल्म जगत के एक दिग्गज, उनके करिश्माई प्रदर्शन ने लाखों लोगों का दिल जीत लिया. एक राजनीतिक नेता के रूप में, वह सार्वजनिक सेवा के प्रति गहराई से प्रतिबद्ध थे, जिसने तमिलनाडु के राजनीतिक परिदृश्य पर एक स्थायी प्रभाव छोड़ा. उनका निधन एक खालीपन छोड़ गया है जिसे भरना मुश्किल होगा.
2005 में DMDK का किया था गठन
– अभिनेता विजयकांत ने 2005 में देसिया मुरपोक्कु द्रविड़ कड़गम पार्टी का गठन किया था. DMDK 2011 से 2016 तक तमिलनाडु में मुख्य विपक्षी पार्टी थी और विजयकांत विधानसभा में विपक्ष के नेता.
– 2006 में विजयकांत की पार्टी DMDK ने तमिलनाडु की सभी 234 सीटों पर चुनाव लड़ा था. लेकिन विजयकांत अकेले चुनाव जीतने में सफल हुए थे. बाकी सभी सीटों पर उनकी पार्टी के उम्मीदवारों को हार का सामना करना पड़ा था. हालांकि, इस चुनाव में उनकी पार्टी को 8.38% वोट मिला था.
– विजयकांत की पार्टी का ऐसा ही कुछ हाल 2009 लोकसभा चुनाव में हुआ, जब पार्टी राज्य की 40 में से 39 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ी, लेकिन एक भी सीट पर जीत नहीं मिली. इन दोनों चुनाव में विजयकांत की पार्टी ने किसी पार्टी से गठबंधन नहीं किया था.
– 2011 में विजयकांत की पार्टी ने 41 सीटों पर चुनाव लड़ा और 29 सीटों पर जीत हासिल की. इस चुनाव में DMDK जयललिता की पार्टी (AIADMK) के बाद दूसरी नंबर की पार्टी बनकर उभरी, विजयकांत विपक्ष के नेता बने. हालांकि, इसके बाद 2016 और 2021 के विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी एक भी सीट जीतने में सफल नहीं हो सकी.
– इसी तरह 2014 और 2019 लोकसभा चुनाव में भी DMDK एक भी सीट जीतने में सफल नहीं हो सकी.