छत्तीसगढ़

जो आज मेरी तारीफ कर रहे हैं, कुछ महीने पहले वह…, शतक लगाने के बाद केएल राहुल का आलोचकों को जवाब

नईदिल्ली : भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच सेंचुरियन में खेले जा रहे पहले टेस्ट में केएल राहुल ने शतक लगाकर हर फैन का दिल जीत लिया। टीम इंडिया अपनी पहली पारी में 245 रन ही बना सकी। इसमें से भी 101 रन राहुल ने अकेले बनाए थे। उनकी इस पारी की महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर समेत कई पूर्व क्रिकेटर्स ने तारीफ की है। उन्होंने अपनी पारी में 14 चौके और चार छक्के लगाए। अपना शतक भी राहुल ने छक्के के साथ पूरा किया था।

फैंस केएल राहुल की इस पारी की सोशल मीडिया पर भी तारीफ कर रहे हैं, लेकिन कुछ महीने पहले तक जब वह चोट से जूझ रहे थे और टीम इंडिया से बाहर चल रहे थे तो उनकी खूब आलोचना हो रही थी। कुछ फैंस ने तो सोशल मीडिया पर उन्हें टीम से हमेशा के लिए बाहर करने तक की मांग रख दी थी। हालांकि, अब राहुल ने इन सभी आलोचनाओं का पहले बल्ले से और फिर अब जुबान से करारा जवाब दिया है। दूसरे दिन राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जो लोग आज उनकी तारीफ कर रहे हैं, वही कुछ महीने पहले तक उन्हें गाली दे रहे थे।

राहुल आईपीएल 2023 के दौरान चोटिल हुए थे। उससे पहले भी उनकी आलोचना होती रही है। कभी धीमी पारी और स्ट्राइक रेट को लेकर तो कभी खेल के प्रति उनके दृष्टिकोण को लेकर। हालांकि, राहुल ने कभी भी कोई ऐसा बयान नहीं दिया। पूर्व क्रिकेटर वेंकटेश प्रसाद ने कई बार अपने ट्वीट में राहुल के चयन पर सवाल उठाते रहे हैं। इसी साल मार्च में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के बीच में उन्हें टेस्ट की उपकप्तानी पद से हटा दिया गया था।

काफी समय तक चोटिल रहने के बाद और वनडे में शानदार प्रदर्शन के बाद राहुल को टेस्ट टीम में विकेटकीपर बल्लेबाज का नया रोल मिला है। इससे पहले वह टेस्ट में ओपनर की भूमिका निभा रहे थे। 31 साल के राहुल को इस टेस्ट में नंबर छह पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया और उन्होंने शतक लगाकर खुद को साबित किया।

राहुल ने आलोचकों पर तंज कसते हुए कहा कि उन्हें इस शतक से क्या ही हासिल होगा और इसके बावजूद वह फिर से ट्रोल्स के शिकार होंगे। उन्होंने कहा, ‘मुझे इससे क्या हासिल होगा? लोगों को जो बोलना होगा बोलेंगे। अगर आप पब्लिक परफॉर्मर हैं तो परफॉर्मेंस ही आलोचनाओं से दूर रहने का एकमात्र तरीका है। राहुल ने स्वीकार किया कि सोशल मीडिया पर ट्रोल ने उन्हें काफी प्रभावित किया, लेकिन उन्होंने कभी इस पर रिएक्ट नहीं किया।

राहुल ने कहा, ‘जो आज मेरी तारीफ कर रहे हैं, कुछ महीने पहले तक वह मुझे गाली दे रहे थे। अगर कोई कहता है कि उन्हें सोशल मीडिया पर गाली से फर्क नहीं पड़ता तो वह झूठ कहता है। हां यह जरूर है कि आप सोशल मीडिया से जितनी दूर रहेंगे, वह आपके माइंडसेट के लिए उतना बेहतर है।

राहुल ने कहा- जब आप अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते हैं तो आपके सामने सिर्फ एक खिलाड़ी के तौर पर चुनौती नहीं होती, बल्कि एक इंसान के तौर पर भी आपकी परख होती है, क्योंकि लोगों के सामने आपकी एक छवि है। इसलिए जब मैं खेल से दूर था, तो मैंने अपने आप पर एक इंसान के नजरिए से काम किया। निश्चित तौर पर कुछ लोग थे, जिन्होंने मेरी काफी मदद की। खराब प्रदर्शन पर ट्रोल होना आम है, लेकिन इससे प्रभाव नहीं पड़ता यह कहना गलत होगा। मैं जो हूं वही फिर से बनने की कोशिश कर रहा हूं। चोट के दौरान खेल से दूर रहने पर मैंने इस बात पर काम किया कि इन आलोचनाओं से प्रभावित होकर मैं खुद को कैसे नहीं बदलता हूं। इतना कुछ होने के बाद अपने आप को और अपने व्यक्तित्व के प्रति इमानदार रहना मुश्किल है। यह सबसे कठिन बात है।

राहुल ने कहा- आपके पास अपना व्यक्तित्व, व्यक्तित्व लक्षण, विशेषताएं हैं। जब आप अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलते हो तो उन सभी को चुनौती मिलती है। यह हर एक खिलाड़ी को प्रभावित करता है और जो कोई भी कहता है कि यह उन्हें बिल्कुल प्रभावित नहीं करता है, मुझे यकीन है कि वह झूठ बोल रहा है। आप प्रदर्शन कर सकते हो या आप बेहतर मानसिकता में हो सकते हो अगर आपको पता हो कि आपकी लिमिट कितनी है। कोई भी इतना महान नहीं है कि जो भी कहा जा रहा है और जो आलोचना उसे मिल रही है उससे पूरी तरह से बच सके।

मैच में क्या हुआ?
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम की पहली पारी दूसरे दिन 67.4 ओवर में 245 रन पर सिमट गई। कप्तान रोहित पांच रन, यशस्वी जायसवाल 17 रन और शुभमन गिल दो रन बनाकर चलते बने। 24 रन पर तीन विकेट गंवाने के बाद भारतीय टीम मुश्किल में थी। ऐसे में श्रेयस अय्यर और विराट कोहली ने अर्धशतकीय साझेदारी कर टीम को मुश्किल से निकाला। विराट 38 और श्रेयस 31 रन बनाकर आउट हुए। रविचंद्रन अश्विन ने आठ और शार्दुल ठाकुर ने 24 रन का योगदान दिया। जसप्रीत बुमराह भी एक रन बनाकर पवेलियन लौट गए।

हालांकि, लोकेश राहुल एक छोर पर जमे रहे। उन्होंने शतक लगाया और भारत को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। राहुल 137 गेंद में 14 चौके और चार छक्के की मदद से 101 रन बनाकर आउट हुए। इसके अलावा सिराज पांच रन बनाकर आउट हुए। दक्षिण अफ्रीका के लिए कगिसो रबाडा ने सबसे ज्यादा पांच विकेट लिए हैं। नांद्रे बर्गर को तीन, मार्को यानसेन और गेराल्ड कोएत्जी को एक-एक विकेट मिला। दक्षिण अफ्रीका ने अपनी पहली पारी में पांच विकेट गंवाकर 256 रन बना लिए हैं। उसके पास फिलहाल 11 रन की बढ़त है।