छत्तीसगढ़

मंदिर के उद्घाटन पर सियासत: जनवरी में राम मंदिर, फरवरी में अबू धाबी मंदिर और फिर…, शशि थरूर ने पीएम मोदी और चुनाव को लेकर की ये भविष्यवाणी

नईदिल्ली : अयोध्या में 22 जनवरी को राम मंदिर के उद्घाटन से पहले इसे लेकर सियासत भी तेज हो गई है. सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्षी दल इस पर भी एक-दूसरे को घेर रहे हैं. अब कांग्रेस के सांसद शशि थरूर ने मंदिर के बहाने बीजेपी और नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला है.

शशि थरूर ने अयोध्या राम मंदिर के 22 जनवरी को उद्घाटन और इसके कुछ दिन बाद अबू धाबी में बीएपीएस हिंदू मंदिर के उद्घाटन को लेकर कहा है कि ये दोनों आयोजन 2024 के चुनाव के लिए मंच तैयार करेगा. शशि थरूर ने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि इसके तुरंत बाद चुनाव की तारीखें घोषित की जाएंगी. थरूर ने कहा कि 2024 के लिए नरेंद्र मोदी संदेश देना चाहते हैं कि वह एक हिंदू हृदय सम्राट हैं, लेकिन उन्होंने सवाल किया कि अच्छे दिनों का क्या हुआ?

मोदी फरवरी में अबू धाबी में भी करेंगे मंदिर का उद्घाटन

बता दें कि एक तरफ जहां विपक्ष इस बात पर बंटा हुआ है कि इस कार्यक्रम में शामिल होना है या नहीं, तो वहीं पीएम मोदी ने अबू धाबी में BAPS हिंदू मंदिर का उद्घाटन करने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है, जो संयुक्त अरब अमीरात में सबसे बड़ा हिंदू मंदिर होगा.

बेरोजगारी और अच्छे दिन पर भी पूछे सवाल

थरूर ने आगे कहा “2019 में जब विनाशकारी नोटबंदी की वजह से चिजें गलत जा रहीं थीं, तब पुलवामा आतंकवादी हमले को नरेंद्र मोदी ने आम चुनाव में राष्ट्रीय सुरक्षा का सवाल बनाते हुए इसे जमकर भुनाया. अब 2024 में यह साफ है कि भाजपा अपने मूल रूप में वापस आ जाएगी. नरेंद्र मोदी को हिंदू हृदय सम्राट के रूप में पेश किया जाएगा. कांग्रेस सांसद ने कहा, 2024 का चुनाव हिंदुत्व बनाम लोकप्रिय कल्याण का होता जा रहा है. पर सवाल ये उठता है कि अच्छे दिनों का क्या हुआ? प्रति वर्ष 2 करोड़ नौकरियों का क्या हुआ? आर्थिक विकास का क्या हुआ जिससे सामाजिक-आर्थिक सीढ़ी के निचले पायदानों को फायदा होगा? खर्च योग्य आय को जेब में डालने का क्या हुआ और हर भारतीय के बैंक खाते में 15-15 लाख का क्या हुआ?”

सैम पित्रोदा भी मंदिर के राष्ट्रीय मुद्दा बनने से परेशान

वहीं, इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने कहा कि राम मंदिर उद्घाटन का राष्ट्रीय मुद्दा बनना उन्हें परेशान करता है. शशि थरूर ने भी इसी तरह की राय व्यक्त की और कहा कि धर्म एक व्यक्तिगत मुद्दा है और वह भी राम मंदिर का दौरा करना चाहेंगे, लेकिन 2024 के चुनाव से पहले उद्घाटन के दिन नहीं. थरूर ने पहले भी स्पष्ट किया था कि उन्हें कोई निमंत्रण नहीं मिला है.