छत्तीसगढ़

जब महेंद्र सिंह धोनी के फैसले ने तोड़ा फैंस का दिल, टेस्ट क्रिकेट से आज ही के दिन लिया था संन्यास

नईदिल्ली : 30 दिसंबर 2014… यानी आज से ठीक 9 साल पहले. मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर आमने-सामने थी भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीम. लेकिन इस टेस्ट के बाद महेंद्र सिंह धोनी ने अपने फैसले से फैंस को हैरान कर दिया. दरअसल, माही ने कहा कि अब वह टेस्ट फॉर्मेट में नहीं दिखेंगे. यह कैप्टन कूल का आखिरी टेस्ट था. हालांकि, क्रिकेट फैंस को दूर-दूर तक अंदाजा नहीं था कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मेलबर्न टेस्ट कैप्टन कूल का आखिरी टेस्ट होना वाला है.

‘ड्रेसिंग रूम में सब लोग हैरान थे, क्योंकि किसी को भी…’

रवि शास्त्री उस दिन को याद करते हुए कहते हैं कि ड्रेसिंग रूम में सब लोग हैरान थे, क्योंकि किसी को भी भनक नहीं थी कि इस टेस्ट के बाद माही टेस्ट फॉर्मेट को अलविदा कह देंगे. दरअसल, मेलबर्न टेस्ट के बाद सीरीज का आखिरी टेस्ट खेला जाना था, लेकिन कैप्टन कूल ने साफ कर दिया कि वह आखिरी टेस्ट का हिस्सा नहीं होंगे. 6 जनवरी 2015 से सिडनी में चौथा टेस्ट खेला जाना था. लिहाजा, महेंद्र सिंह धोनी की जगह विराट कोहली ने टीम इंडिया की कप्तानी की. वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने 4 टेस्ट मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2-0 से जीता.

ऐसा रहा महेंद्र सिंह धोनी का टेस्ट करियर

आंकड़े बताते हैं कि महेंद्र सिंह धोनी ने 60 टेस्ट मैचों में टीम इंडिया की कप्तानी की. जिसमें 27 मैचों में जीत मिली. माही की कप्तानी में टीम इंडिया दिसंबर 2009 में नंबर-1 टेस्ट टीम बनी, तकरीबन 18 महीने तक टॉप पर बनी रही. लेकिन अब टेस्ट क्रिकेट में महेंद्र सिंह धोनी का दौर खत्म हो चुका था. विराट कोहली टीम इंडिया के कप्तान बन चुके थे. वहीं, महेंद्र सिंह धोनी के टेस्ट करियर पर नजर डालें इस खिलाड़ी ने 90 टेस्ट खेले. जिसमें 38.09 की एवरेज से 4876 रन बनाए. साथ ही बतौर विकेटकीपर 256 कैच पकड़े और 38 स्टंप किए.