नईदिल्ली : नये साल की शुरुआत के साथ श्री जगन्नाथ मंदिर के कपाट खुल गए हैं. पहले दिन बड़ी संख्या में भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए श्रद्धालु पहुंचे हैं. मंदिर प्रशासन की ओर से प्रवेश के इच्छुक श्रद्धालुओं के लिए सोमवार (1 दिसंबर) से ड्रेस कोड भी अनिवार्य कर दिया है. नए आदेशों के मुताबिक अब 12वीं सदी के इस मंदिर के परिसर में गुटखा और पान खाने से लेकर प्लास्टिक और पॉलिथीन के उपयोग पर भी पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है.
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (SJTA) के एक अधिकारी ने कहा कि भक्तों को मंदिर में प्रवेश करने के लिए सभ्य कपड़े पहनने होंगे. मंदिर में भगवान के दर्शनों के लिए हाफ पैंट, शॉर्ट्स, फटी जींस, स्कर्ट और स्लीवलेस ड्रेस पहनकर आने वाले भक्तों को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी.
धोती और तौलिया पहन दर्शन करने पहुंचे पुरुष भक्त
नियम लागू होने के साथ ही 2024 के पहले दिन मंदिर में भगवान के दर्शनार्थ आने वाले पुरुष भक्तों को धोती और तौलिया पहने देखा गया और महिलाएं साड़ी या सलवार कमीज पहने हुए थीं. पहले दिन ही भगवान के दर्शनों के लिए बड़ी संख्या में भक्तों की भीड़ को उमड़ते देखा गया.
पवित्रता को बनाए रखने को लागू किए सख्त नियम
श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) ने पहले इससे संबंधित आदेश जारी किया था और पुलिस को प्रतिबंध लागू कराने के लिए भी कहा गया था. अधिकारी ने कहा कि मंदिर परिसर में गुटखा और पान पर प्रतिबंध इसकी पवित्रता को बनाए रखने के लिहाज से लागू किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि नियमों का उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना भी लगाया जा रहा है.
सुरक्षा के कड़े इंतजाम
नए साल के दिन समुद्र तटीय तीर्थ नगरी, पुरी में भगवान जगन्नाथ के दर्शनों के लिए लोग बड़ी संख्या में पहुंचते हैं. इसके मद्देनजर सुरक्षा के भी कड़े इंतजाम किए जाते हैं. इस बार भी श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर सभी एहतियातन कदम पुलिस प्रशासन और मंदिर प्रशासन दोनों की तरफ से उठाए गए हैं.
पुरी पुलिस समर्थ वर्मा ने एक्स पर पोस्ट में कहा, ”दोपहर 12 बजे (सोमवार को) तक 1,80,000 से अधिक भक्तों ने भगवान श्री जगन्नाथ धाम के दर्शन किए हैं. दर्शन करने वाले भक्तों को किसी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई. पुलिस प्रशासन की ओर से दिव्यांग भक्तों के दर्शनों के लिए विशेष सुविधा भी सुनिश्चित की जा रही है.”
भक्तों के बैठने के लिए तैयार हैं एसी कैंप
एसजेटीए और पुलिस ने भक्तों के सुचारू दर्शन के लिए विस्तृत व्यवस्था की है. मंदिर के बाहर एसी कैंप को सोमवार सुबह से भक्तों के लिए शुरू कर दिया है. यहां पर भक्तों को बैठने की सुविधा मिल सकेगी. यहां पर पीने के पानी से लेकर जनसुविधा आदि की सुचारू व्यवस्था रहेगी. सीसीटीवी कैमरों के जरिए हर छोटी-बड़ी गतिविधि पर नजर रहेगी. वहीं, सार्वजनिक अनाउंसमेंट सिस्टम के भी इंतजाम किए गए हैं.
पिछले साल के मुकाबले दोगुनी संख्या में पहुंचे श्रद्धालु
सेंट्रल रेंज के पुलिस महानिरीक्षक, आशीष कुमार सिंह ने कहा, ”इस साल पिछले साल के मुकाबले पहले दिन मंदिर दर्शनों को पहुंची भक्तों की संख्या दोगुनी रिकॉर्ड की गई है. मंदिर में दर्शन की सुविधा तड़के 1.40 बजे शुरू की गई थी जोकि जारी है. भगवान से जुड़े अनुष्ठानों को आयोजित करने को लेकर कुछ समय के लिए दर्शनों को रोका गया था.