छत्तीसगढ़

आने वाले महीनों में सामान्य से ऊपर रहेगा तापमान, अप्रैल-मई में झुलसा सकते हैं लू के थपेड़े

नईदिल्ली : इन दिनों मौसम में लगातार बदलाव हो रहा है। जिसे देखते हुए कहा जा रहा है कि उत्तर भारत ही नहीं मध्य उत्तर भारत में भी गर्म हवाओं के थपेड़े चलने वाले हैं। इस बीच भारत मौसम विज्ञान विभाग ने बड़ी भविष्यवाणी की है। आईएमडी ने कहा है कि आने वाले महीनों में तापमान सामान्य से ऊपर जा सकता है। इतना ही नहीं, अप्रैल और मई के महीनों में लू चलने की संभावना है।

मई रहेगा सबसे गर्म
वहीं, आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. नरेश कुमार ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में आज भारी बारिश का अनुमान है। आईएमडी ने कहा कि अगले कुछ दिनों में दिल्ली में बहुत हल्की बारिश होने की उम्मीद है। उन्होंने आगे कहा कि अप्रैल और मई के महीने में सामान्य से अधिक तापमान रहने की उम्मीद है। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि अभी से कोई सटीक पूर्वानुमान कर पाना जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा कि तापमान अधिक होने से आगामी महीनों में लू जैसी स्थिति बनने की भी संभावना है। उन्होंने कहा कि अप्रैल में देश के मध्य भाग में लू की स्थिति बन सकती है। मई सबसे गर्म रहने वाला है और उत्तर पश्चिम के साथ ही मध्य भारत में लू चलने की भी तीव्र संभावना है। एक सवाल पर उन्होंने कहा कि उत्तर पश्चिम भारत में तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से अधिक रह सकता है।

आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक ने आने वाले कुछ  दिनों के लिए भी भविष्यवाणी की है। उन्होंने कहा कि एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ है जो आज से उत्तर पश्चिम भारत को प्रभावित कर सकता है। उन्होंने कहा कि इस समय उत्तर पश्चिम भारत में तापमान असामान्य है। चूंकि पश्चिमी विक्षोभ इस क्षेत्र को प्रभावित कर रहा है ऐसे में तापमान धीरे-धीरे गिरेगा, इसलिए यह थोड़ा आरामदायक हो जाएगा।  

पूर्वानुमान जताते हुए आईएमडी के वैज्ञानिक ने यह भी कहा कि महाराष्ट्र और आसपास के क्षेत्रों में लू या गर्म रोशनी की स्थिति बनी हुई है। अगले दो दिनों तक मध्य प्रदेश में लू की स्थिति रहेगी। खास तौर पर विशेष रूप से मध्य भारत में मौसम शुष्क रहेगा। 

पूर्वोत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में बारिश की संभावना
भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के अनुसार, उत्तर पश्चिम भारत में 30 और 31 मार्च को आंधी-तूफान के साथ ही बारिश होने की संभावना है। 30 मार्च को पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में भी अलग-अलग जगहों पर बारिश हो सकती है। अरुणाचल प्रदेश समेत पूर्वोत्तर भारत के ज्यादातर राज्यों में 30 मार्च से 1 अप्रैल के दौरान तेज बारिश होने की संभावना व्यक्त की गई है। इस दौरान आंधी-तूफान और गरजना की भी आशंका है।

दो चक्रवाती स्थितियां बनीं
आईएमडी ने बताया कि दक्षिणी असम और ओडिशा में अलग-अलग दो चक्रवाती स्थितियां बनी हुई हैं। इसके प्रभाव में अरुणाचल प्रदेश, असम, नगालैंड, मेघालय समेत पूर्वोत्तर के लगभग सभी राज्यों, पश्चिम बंगाल के गंगा के तटवर्ती इलाकों और ओडिशा, झारखंड और बिहार में 30 मार्च से 1 अप्रैल के दौरान गरज के साथ बारिश होने और तेज हवा चलने की संभावना है।