छत्तीसगढ़

मुख्तार अंसारी के परिजनों को जांच टीम ने आखिर क्यों भेजी चिठ्ठी? जानिए पूरा मामला

नईदिल्ली : माफिया मुख्तार अंसारी की मौत के बाद जांच का क्रम जारी है। बांदा जेल में तबियत खराब होने के बाद मुख्तार को दुर्गावती मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था जहां उसकी हार्ट अटैक से मौत हो गयी थी। मुख्तार के परिजनों ने जेल में जहर देकर मारने का आरोप लगाया था। इन सब मामलों की मजेस्ट्रियल जांच की मांग की गई थी। इसी क्रम बांदा के एडीएम कार्यालय से एक चिठ्ठी मुख्तार के परिजनों को भेजी गयी है। जिसमें उनसे अपना बयान दर्ज कराने को कहा गया है।

बयान मुख्तार अंसारी के जिन परिजनों को यह लगता है कि उन्हें जहर देकर मार दिया गया वो अपना बयान 15 अप्रैल तक दर्ज करा सकते हैं।

मुख्तार के भाई अफजाल ने कहा था मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी ने कहा था कि मेरे भाई मुख्तार को पूरे साजिश के तहत जेल में जहर देकर मार दिया गया था। इसकी जांच होनी चाहिए। इसी आधार पर जांच की जा रही है। एडीएम वित्त बोले एडीएम वित्त राजेश कुमार ने कहा कि मुख्तार के परिजनों को 15 अप्रैल तक का समय बयान दर्ज कराने के लिए दिया गया है। यहां आकर वे अपना बयान दर्ज करा सकते हैं। जानकारी के मुताबिक, अपर न्यायिक मजिस्ट्रेट गरिमा सिंह ने 6 अप्रैल को नोटिस जारी कर मुख्तार अंसारी मामले में बयान दर्ज कराने की अपील की थी।