नईदिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के एक फेक वायरल वीडियो पर दिल्ली पुलिस ने तेलंगाना सीएम रेवंत रेड्डी को समन भेजा है. उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है. इससे पहले दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की साइबर यूनिट IFSO की टीम आज सुबह तेलंगाना पहुंची और मामले की जांच की. इस मामले में टीम ने पांच लोगों को आइडेंटिफाई किया है. जो मामले में शामिल हो सकते हैं.
लोकसभा चुनाव के बीच गृह मंत्री अमित शाह का एक वीडियो वायरल हो रहा है. भाजपा की ओर से इस वीडियो को फेक बताते हुए तेलंगाना कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा गया. भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख अमित मालवीय ने वीडियो को फेक बताते हुए संभावना जताई है कि इस तरह के फेक वीडियो से हिंसा भी हो सकती है. इस मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने रविवार को मामला दर्ज किया था.
क्या है वीडियो में
केंद्रीय गृह मंत्रालय की शिकायत पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मामला दर्ज किया था. दरअसल जो वीडियो वायरल हो रहा है, उसमें आरक्षण को लेकर बात कही जा रही है, जो डीप फेक तकनीक से बनाया गया है. सोशल मीडिया पर भाजपा आईटी हेड अमित मालवीय ने स्पष्ट किया है कि गृह मंत्री अमित शाह ने एससी एसटी और ओबीसी की हिस्सेदारी कम करने की कोई बात नहीं की है. कांग्रेस की ओर से यह पोस्ट तैयार की गई है, जिन पर कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो
इंडिया साइबर क्राइम कोआर्डिनेशन सेंटर के अधिकारी की शिकायत में यह कहा गया है कि कुछ फर्जी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, इनसे शांति और कानून व्यवस्था प्रभावित हो सकती है. यह वीडियो सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रसारित हो रहे हैं.जांच में यह भी सामने आया कि वीडियो गलत मानसिकता के साथ बनाया गया है. पुलिस ने IPC की धारा 153, 153A, 465,469, 66 IT एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है.
कांग्रेस नेताओं ने पोस्ट किया था वीडियो
अमित मालवीय ने सोशल मीडिया पोस्ट में यह भी आरोप लगाया कि गृह मंत्री अमित शाह का फर्जी वीडियो कई कांग्रेस प्रवक्ताओं ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था. इस पर अमित शाह ने रविवार को एटा में कहा था कि भाजपा कभी एससी एसटी और पिछड़ा वर्ग का आरक्षण नहीं हटाएगी और न ही हटाने देगी.