नईदिल्ली : उत्तर प्रदेश के रायबरेली सदर सीट से बीजेपी विधायक अदिति सिंह इन दिनों काफी शांत दिख रही हैं। सभाओं में खामोश रह रही हैं। चुनावी कार्यक्रमों से थोड़ी दूरी बनाकर रह रही हैं। उनकी इस खामोशी से राजनीतिक गलियारों में हलचल है। तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं। बीजेपी भी हैरान है। इस सीट से बीजेपी ने राज्यमंत्री दिनेश सिंह पर दूसरी बार दांव लगाया है। सदर विधानसभा में अदिति सिंह की राजनीतिक जमीन मजबूत है।
शनिवार को गृहमंत्री अमित शाह के चुनावी सभा में विधायक अदिति सिंह मौजूद तो थी लेकिन बिल्कुल शांत और चुप रही। उनकी खामोशी भी बहुत कुछ कह रही थी।रविवार को जीआईसी मैदान में भाजपा की जनसभा में सदर विधायक अदिति सिंह अपनी मां एवं अमावां ब्लॉक प्रमुख वैशाली सिंह के साथ पहुंची। दोपहर करीब एक बजे वह जनसभा स्थल पर पहुंची। इस दौरान सबसे खास बात यह रही कि वहां बैठे पदाधिकारी उस गर्मजोशी से सदर विधायक से नहीं मिले।
एक-दो नेताओं ने ही उनका हालचाल लिया। वहीं गौर करने वाली बात यह रही कि मंच से संबोधन भी सदर विधायक ने नहीं किया और न ही इसके लिए उनसे कहा गया। प्रदेश की मंत्री प्रतिभा शुक्ला, भाजपा जिलाध्यक्ष सहित बड़े नेता मंच पर दिखे, लेकिन किसी ने विधायक अदिति सिंह से कुछ भी बात करने की जरूरत नहीं समझी। हांलाकि अमित शाह ने अपने संबोधन में अदिति सिंह का पहले नाम लिया। इसके बाद भी अदिति सिंह की दूरी साफ दिख रही थी। अदिति सिंह की क्षेत्र में मजबूत पकड़ है। वह उस समय चुनाव जीती थीं जब जिले की पांच विधानसभा सीटों में से चार पर सपा का कब्जा था। यह सीट कांग्रेस की परंपरागत सीट मानी जाती है।