छत्तीसगढ़

फेडरेशन कप : नीरज चोपड़ा ने 82.27 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ जीता स्वर्ण, मनु को रजत पदक, जेना चूके

भुवनेश्वर : भुवनेश्वर में चल रहे फेडरेशन कप के भाला फेंक स्पर्धा के नतीजे आ चुके हैं। भारत के स्टार एथलीट और टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने भी इसमें हिस्सा लिया और उन्होंने स्वर्ण पदक अपने नाम किया। नीरज के अलावा किशोर जेना और डीपी मनु ने भी इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। नीरज और जेना पहले ही पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए क्वालिफाई कर चुके हैं और इसी वजह से सीधे फाइनल्स में उतरे थे। नीरज ने 82.27 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया। वहीं, डीपी मनु 82.06 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ दूसरे स्थान पर रहे। उत्तम पाटिल ने 78.39 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ कांस्य पदक अपने नाम किया।

26 साल के नीरज नहीं कर सके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन
26 साल के नीरज इस टूर्नामेंट दोहा डायमंड लीग खेलकर आ रहे हैं। दोहा डायमंड लीग में वह दूसरे स्थान पर रहे थे। उन्होंने वहां 88.36 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो किया था। वह चेक गणराज्य के जाकुब वादलेच से दो सेंटीमीटर से पिछड़ गए थे। जाकुब ने 88.38 मीटर का सर्वश्रेष्ठ थ्रो किया था। फेडरेशन कप जेवलिन थ्रो के फाइनल में नीरज के अलावा किशोर जेना, डीपी मनु, रोहित कुमार, शिवपाल सिंह, प्रमोद, उत्तम बालासाहेब पाटिल, कुंवर अजयराज सिंह, मनजिंदर सिंह, बिबिन एंटोनी, विकास यादव और विवेक कुमार ने हिस्सा लिया। यह ओलंपिक क्वालिफिकेश का भी जरिया था। पेरिस ओलंपिक के भालाफेंक स्पर्धा में नीरज और जेना पहले ही क्वालिफाई कर चुके हैं। बाकी एथलीट्स को क्वालिफाई करने के लिए 85.50 मीटर का दायरा पार करना था। हालांकि, कोई ऐसा नहीं कर पाया।

ओलंपिक से पहले खुद पर ज्यादा दबाव नहीं देना चाहते थे नीरज
यह साफ दिखा कि नीरज चोपड़ा ने खुद पर बहुत अधिक दबाव नहीं दिया, क्योंकि वह चोट से लगातार जूझते रहे हैं और ओलंपिक से पहले खुद को फिट रखना चाहते हैं। उन्होंने केवल पांच दिन पहले डायमंड लीग कार्यक्रम में भाग लिया था। मनु ने कुछ बार 80 मीटर को पार किया, लेकिन जेना का इस साल भयानक प्रदर्शन जारी है। वह फेडरेशन कप में भी 76 मीटर का आंकड़ा नहीं पार कर पाए। ओलंपिक से पहले उन्हें काफी मेहनत करने की जरूरत है। नीरज को खेलता देखने के लिए स्टेडियम में काफी भीड़ उमड़ी थी। नीरज का चार थ्रो ही करना उनके लिए यादगार साबित हुआ। नीरज ने डीपी मनु पर 21 सेंटीमीटर की बढ़त के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया। वह चौथे प्रयास के बाद ही अपना सामान पैक करते दिखे थे। अब नीरज 28 मई को वापस से प्रतिस्पर्धा करते दिखेंगे। वह ओस्ट्रावा, चेकिया में टूर्नामेंट में हिस्सा लेंगे।

जेना का खराब प्रदर्शन
किशोर जेना ने पिछले साल एशियाई खेलों में 87.54 मीटर के व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ रजत पदक जीता था। हालांकि, 2024 में अब तक के नौ प्रयासों में उन्होंने अभी तक 80 मीटर भी पार नहीं किया है। ओलंपिक से ठीक कुछ महीने पहले, यह भारत के लिए निश्चित रूप से चिंता का विषय है।

नीरज-जेना और मनु के छह प्रयास

पहला प्रयास

पहले प्रयास में मनु ने 82.06 मीटर के थ्रो के साथ लीड बना ली। नीरज ने 82 मीटर का थ्रो किया, जबिक किशोर का पहला प्रयास फाउल रहा।

दूसरा प्रयास
मनु का दूसरा प्रयास 77.23 मीटर का रहा। नीरज का दूसरा प्रयास फाउल रहा। वह लाइन से आगे बढ़ गए थे। 

तीसरा प्रयास
मनु का तीसरा प्रयास 81.43 मीटर का रहा। वहीं, नीरज ने अपने तीसरे प्रयास में 81.29 मीटर का थ्रो किया। जेना का तीसरा प्रयास फाउल रहा।

चौथा प्रयास
जेना ने अपने चौथे प्रयास में भी फाउल किया। वहीं, नीरज ने चौथे प्रयास में 82.27 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ लीड बनाई। वह मनु से आगे निकल गए हैं। हालांकि, नीरज ने अपना सर्वश्रेष्ठ खेल नहीं दिखा पाए हैं। मनु का चौथा प्रयास 81.47 मीटर का रहा।

पांचवां प्रयास
जेना का पांचवां प्रयास 75 मीटर से भी कम का रहा। उनका खराब प्रदर्शन जारी रहा। वहीं, मनु का पांचवां प्रयास 81.47 मीटर का रहा। नीरज ने पांचवें प्रयास से पास लिया और थ्रो नहीं किया।

छठा प्रयास
नीरज ने छठा प्रयास भी स्किप किया और थ्रो तक नहीं किया। उन्होंने खुद पर ज्यादा दबाव नहीं बनने दिया। वहीं, डीपी मनु का छठा प्रयास 75 मीटर भी पार नहीं कर सका। किशोर जेना का छठा प्रयास 75.25 मीटर का रहा।