छत्तीसगढ़

साइक्लोन रेमल: आ रहा है चक्रवाती तूफान, इन राज्यों में तबाही की आशंका, मछुआरों के लिए अलर्ट जारी

नईदिल्ली : पूरा उत्तर भारत जहां एक ओर भीषण गर्मी से परेशान है तो वहीं दूसरी ओर बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक लो प्रेशर एरिया बन रहा है, जो कि चक्रवाती तूफान में बदल सकता है, जिसके लिए अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग का कहना है कि लो प्रेशर एरिया 25 मई की शाम डीप डिप्रेशन में बदलेगा और 26 मई की सुबह ये खतरनाक तूफान में बदल जाएगा और इसकी वजह से समुद्र में भारी लहरें उठेंगी।

मछुआरों को समुद्र में जाने से रोका गया

इसलिए मौसम विभाग ने सभी मछुआरों को 24 मई से लेकर 27 मई तक बंगाल की खाड़ी में ना जाने के निर्देश दिए हैं। इस तूफान के चलते पश्चिम बंगाल के मिदनापुर, दक्षिण चौबीस परगना, उत्तर 24 परगना में भारी बारिश हो सकती है।

मिजोरम, त्रिपुरा और मणिपुर में भारी बारिश की आशंका

तो वहीं ओडिशा, मिजोरम, त्रिपुरा और मणिपुर में भारी बारिश की आशंका है और इसलिए अलर्ट जारी किया गया है, इसका लैंडफॉल बांग्लादेश में 26 तारीख को हो सकता है लेकिन इसके बावजूद इसका असर बंगाल और आस-पास के राज्यों में दिखेगा और 27 मई तक इन सभी स्थानों पर बारिश और तूफानी हवाओं का सिलसिला जारी रहेगा।

ये साल का पहला प्री मानसून तूफान है, जिसका नाम रेमल है , जिसे कि ओमान ने दिया है। ये तूफान काफी शक्तिशाली है जो कि बंगाल को काफी नुकसान पहुंचा सकता है। शनिवार यानी की 25 मई को ही बंगाल की आठ सीटों पर लोकसभा चुनाव होने वाले हैं, ऐसे में ये तूफान कुछ इलाकों में वोटिंग को भी प्रभावित कर सकता है।

साल का पहला प्री मानसून तूफान

फिलहाल अभी ये बंगाल की खाड़ी में उत्तर पूर्व की ओर मूव कर रहा है। आईएमडी की एक पूरी टीम इस पर नजर बनाई हुई है।

क्या मानसून होगा प्रभावित?

मौसम विभाग के मुताबिक इस बार मानसून समय से पहले 31 मई को केरल पहुंच सकता है, ऐसे में ये साइक्लोन क्या मानसून की चाल को प्रभावित कर सकता है? इस सवाल के जवाब में आईएमडी ने कहा कि नहीं, इस साइक्लोन के कारण मानसून की स्पी़ड पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, इसका लैंडफॉल उसकी एंट्री से पहले ही हो जाएगा, बहुत कम जगहों पर ही हल्का-फुल्का असर देखने को मिल सकता है लेकिन मौजूदा स्थिति को देखते हुए यही कहा जा सकता है कि तूफान का असर चक्रवात पर नहीं।

मानसून रहेगा बढ़िया, होगी झमाझम बारिश

भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक इस साल जून और सितंबर के बीच भारत में मानसून काफी अच्छा रहेगा। साउथ वेस्ट मानसून की रफ्तार काफी अच्छी है। उम्मीद है कि इस बार बारिश काफी अच्छी होगी और किसानगण काफी खुश रहेंगे।