छत्तीसगढ़

भाजपा प्रत्याशी के काफिले ने तीन को रौंदा: मौत बन आई SUV पर लिखा था पुलिस एस्कॉर्ट; सांसद बृजभूषण से कनेक्शन

लखनऊ : गोंडा के कैसरगंज से भाजपा प्रत्याशी करण भूषण के काफिले की गाड़ी से हादसे में दो युवकों की मौत से चंद दिनों पहले ही सांसद बृजभूषण शरण सिंह के करीबी ठेकेदार विजय प्रताप उर्फ छोटकऊ सिंह की एसयूवी से कुचलकर भी तीन युवकों की मौत हो चुकी है। पुलिस यही नहीं बुधवार को जिस एसयूवी से हादसा हुआ, उस पर पुलिस एस्कोर्ट लिखा पाया गया। जबकि एसयूवी पुलिस महकमे की नहीं है।

सांसद बृजभूषण शरण सिंह के सुरक्षाकर्मियों के लिए उनके नंदिनीनगर एजुकेशनल इंस्टीट्यूट की एसयूवी (फॉर्च्यूनर) को पुलिस एस्कोर्ट की तरह इस्तेमाल किया जाता है। एसयूवी पर बकायदा पुलिस एस्कोर्ट लिखवाया गया है। ये एसयूवी उनके बेटे और भाजपा प्रत्याशी करण भूषण सिंह इन दिनों अपने साथ लेकर चल रहे हैं। हादसे के बाद पुलिस एस्कोर्ट की तरह इस्तेमाल हो रही इस एसयूवी को लेकर सोशल मीडिया पर भी खूब चर्चा हो रही है।

पुलिस लाइन के प्रतिसार निरीक्षक राकेश कुमार सिंह का कहना है कि करनैलगंज के छतई पुरवा के पास हुए हादसे में पुलिस एस्कोर्ट लिखी गाड़ी से दो युवकों की मौत की सूचना मिली है। मगर जिस गाड़ी से हादसा हुआ वह गाेंडा पुलिस की तरफ से नहीं दी गई है। 

सांसद बृजभूषण शरण सिंह को केंद्र से सुरक्षा मिली है। जबकि सांसद के बेटे एवं भाजपा प्रत्याशी करण भूषण सिंह को दो सुरक्षाकर्मी दिए गए हैं। हादसे के बाद ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन किया। बाद में दुर्घटनाग्रस्त एसयूवी को पुलिस ने क्रेन से करनैलगंज कोतवाली पहुंचा दिया।

ओवरस्पीड व सिग्नल तोड़ने में 11 बार हो चुका है चालान
चश्मदीदों के मुताबिक जिस समय हादसा हुआ उस समय एसयूवी की रफ्तार 130 किलोमीटर प्रति घंटे थी। गिरफ्तार किए गए चालक ने पुलिस को दिए बयान में इसका खुलासा किया है।

नंदिनीनगर एजुकेशनल इंस्टीट्यूट के नाम से आरटीओ में पंजीकृत फॉर्च्यूनर पहले भी ओवरस्पीड में दौड़ती रही है। फॉर्च्यूनर के ओवरस्पीड में दो-दो हजार रुपये व ट्रैफिक सिग्नल तोड़ने में 500-500 रुपये के कुल 11 चालान हो चुके हैं।

मई 2017 में हुआ था पंजीयन, प्रदूषण प्रमाण पत्र भी नहीं
हादसे में दो युवकों की जान लेने वाली फॉर्च्यूनर गाड़ी का मई 2017 में नंदिनीनगर एजुकेशनल इंस्टीट्यूट के नाम से पंजीयन कराया गया था। मगर वाहन की प्रदूषण जांच नहीं कराई गई। एआरटीओ (प्रवर्तन) की जांच में फॉर्च्यूनर का प्रदूषण मुक्त प्रमाणपत्र नहीं पाया गया।

एक दिन पहले ही सऊदी अरब से आया था शहजाद
हादसे में जान गंवाने वाले शहजाद व रेहान करनैलगंज कोतवाली क्षेत्र के निंदूरा गांव के रहने वाले थे। शहजाद एक दिन पहले ही सऊदी अरब से आया था। उसके पिता आजाद खान ने बताया कि शहजाद बुधवार सुबह अपने चाचा अजमेरी खान के बेटे रेहान खान के साथ बाइक से करनैलगंज बाजार की तरफ जा रहा था। तभी दोनों हादसे का शिकार हो गए।

शहजाद व रेहान की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। निंदूरा समेत आसपास के गांवों के सैकड़ों लोगों की भीड़ छतईपुरवा में घटनास्थल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और करनैलगंज कोतवाली में जमा हो गई।

नंदिनी एजुकेशनल इंस्टीट्यूट के नाम से पंजीकृत है एसयूवी
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि काफिला करनैलगंज से हुजूरपुर की तरफ जा रहा था, जबकि बाइक सवार युवक करनैलगंज जा रहे थे। काफिले में सबसे आगे कैसरगंज के भाजपा प्रत्याशी करण भूषण सिंह की गाड़ी चल रही थी। काफिले की जिस फॉर्च्यूनर गाड़ी से हादसा हुआ, उस पर पुलिस एस्कोर्ट लिखा था। इस वाहन में करण भूषण के सुरक्षाकर्मी सवार थे।

टक्कर इतनी भीषण थी कि फॉर्च्यूनर का अगला हिस्सा भी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।हालांकि सभी एयरबैग खुलने के कारण उसमें सवार लोगों को कोई चोट नहीं आई। प्रभारी एआरटीओ (प्रवर्तन) शैलेंद्र तिवारी ने बताया कि उक्त फॉर्च्यूनर गाड़ी नंदिनी एजुकेशनल इंस्टीट्यूट के नाम से पंजीकृत है।