छत्तीसगढ़

10 साल तक लोग मुझे भूल नहीं पाएंगे…, मतदान के बाद किरण खेर ने क्यों कही ये बात?

चंडीगढ़ : भाजपा नेता और चंडीगढ़ से सांसद किरण खेर ने आज लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में मतदान किया। हालांकि इस बार किरण खेर चुनाव नहीं लड़ रही हैं। किरण खेर की जगह भारतीय जनता पार्टी ने चंडीगढ़ लोकसभा सीट से संजय टंडन को टिकट दिया है। किरण खेर को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे थे कि आखिर किस वजह से पार्टी ने उनका टिकट काट दिया। भाजपा लगातार दो बार चंडीगढ़ लोकसभा सीट जीत चुकी है, ऐसे में तीसरी बार पार्टी हैट्रिक लगाने की उम्मीद कर रही है।

इस बीच किरण खेर ने खुद बताया कि उनका टिकट पार्टी ने नहीं काटा बल्कि उन्होंने खुद चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। किरण खेर ने कहा कि तीन महीने पहले मैंने उन्हे खुद ही मना किया था कि मैं नहीं लड़ूंगी। किरण ने कहा कि मुझे अगले 10 साल तक लोग याद रखेंगे। बतौर सांसद मैं चंडीगढ़ में ही रह रही थी और हर किसी के लिए उपलब्ध थी।

बता दें कि चंडीगढ़ से इस बार जहां भाजपा ने संजय टंडन को टिकट दिया है तो दूसरी तरफ कांग्रेस ने दिग्गज नेता मनीष तिवारी को मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने पवन बंसल का टिकट काटकर मनीष तिवारी को टिकट दिया है।अकाली दल से गठबंधन नहीं हो पाने की वजह से भाजपा यहां अकेले चुनाव लड़ रही है। आम आदमी पार्टी ने चंडीगढ़ से उम्मीदवार नहीं उतारने का फैसला लिया है। पार्टी ने इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार कांग्रेस नेता मनीष तिवार को समर्थन देने का फैसला लिया है।

संजय टंडन की बात करें तो वह छह बार के विधायक हैं और छत्तीसगढ़ के पूर्व राज्यपाल बलरामजी टंडन के बेटे हैं। पेशे से संजय टंडन चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं और लंबे समय तक वह प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रह चुके हैं। इसके साथ ही वह हिमाचल प्रदेश में सह प्रभारी का भी पद संभाल रहे हैं।