नईदिल्ली : भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर खिलाड़ी यूसुफ पठान ने राजनीति की पिच पर एंट्री ले ली है। उन्होंने पश्चिम बंगाल की बहरमपुर सीट से चुनाव जीत लिया है। क्रिकेट के मैदान पर धमाल मचाने के बाद अब यूसुफ पठान की कोशिश राजनीतिक पिच पर भी अपनी पारी को शानदार बनाने की होगी। टीएमसी यानी तृणमुल कांग्रेस के टिकट पर वेस्ट बंगाल की बरहमपुर सीट से यूसुफ पठान ने चुनाव लड़ा था जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई है।
टूटा 25 सालों का रिकॉर्ड
यूसुफ पठान का सामना कांग्रेस के अनुभवी नेता अधीर रंजन चौधरी से था, जिन्हें हराना कतई आसान नहीं था। पिछले 25 साल से अधीर रंजन चौधरी को बरहमपुर में हार का सामना नहीं करना पड़ा था। कांग्रेस पार्टी के दिग्गज नेता अधीर रंजन चौधरी बरहमपुर से लगातार जीतते रहे थे। बरहमपुर में उनका दबदबा भी देखने को मिलता रहा है। लेकिन भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व खिलाड़ी ने इस लोकसभा चुनाव में उन्हें पटखनी देने का काम किया।
मूल रूप से बड़ौदा के रहने वाले यूसुफ पठान को लेकर कई तरह के सवाल लोगों के मन में थे। कुछ लोगों का मानना था कि क्या पठान पश्चिम बंगाल के बरहमपुर में अपना दबदबा बनाने में सफल हो सकेंगे और ऐसा ही हुआ। यूसुफ पठान ने 25 साल के रिकॉर्ड को ध्वस्त करते हुए चुनाव जीतकर इतिहास रच दिया है। इसके साथ ही उन्होंने अपनी जीत को लेकर कुछ बातें भी की।
जीत के बाद कही यह बात
चुनाव जीतने के बाद यूसुफ पठान ने कहा कि सबसे पहले वह बरहमपुर में एक अच्छी स्पोर्ट्स अकैडमी बनना चाहेंगे। ताकि बच्चे अपना करियर बना सके। इतना ही नहीं स्पोर्ट्स अकादमी के बाद उन्होंने कहा कि वह इंडस्ट्री खोलने के लिए भी बातचीत करेंगे। पठान ने कहा कि अब आगे वह बरहमपुर में ही रहेंगे और कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर काम करेंगे जिससे लोगों को फायदा पहुंचा सके।
क्रिकेट करियर रहा शानदार
बता दें कि यूसुफ पठान का क्रिकेट करियर भी शानदार रहा था। साल 2007 के टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में उन्हें डेब्यू करने का मौका मिला था। पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के चोटिल हो जाने के कारण यूसुफ पठान को आखिरी मौके पर टीम की प्लेइंग इलेवन में शामिल किया गया। धोनी ने यूसुफ पठान को ओपनिंग पर भेज कर सबको चौंका दिया था। यूसुफ पठान साल 2007 वर्ल्ड कप और 2011 वनडे वर्ल्ड कप विजेता टीम का हिस्सा रहे थे।