छत्तीसगढ़

अलविदा कप्तान, कुवैत के खिलाफ आखिरी मैच खेल रहे सुनील छेत्री, फिर ले लेंगे संन्यास

नईदिल्ली : भारतीय फुटबॉल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने कुछ हफ्तों पहले अपने संन्यास की घोषणा कर दी थी. उन्होंने बताया कि वे कुवैत के खिलाफ अपने करियर का आखिरी मैच खेलेंगे, जो कोलकाता में होगा. आज फीफा वर्ल्ड कप क्वालीफायर्स में भारतीय टीम की भिड़ंत कुवैत से हो रही है और सुनील छेत्री चाहेंगे कि वे अपने करीब 20 साल के करियर का अंत एक यादगार अंदाज में करें. ये सुनील छेत्री के अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल करियर का 151वां मैच है. कुवैत के खिलाफ मैच भारत की दृष्टि से बहुत अहम है क्योंकि यह जीत भारतीय टीम को फाइनल-18 स्टेज तक ले जाएगी.

अपने फेयरवेल मैच पर सुनील छेत्री ने कहा, “मैं बहुत कोशिश कर रहा हूं कि इस मुकाबले को अपने रिटायरमेंट मैच की तरह ना देखूं. यह लम्हा मेरे या मेरे आखिरी मैच के बारे में नहीं है बल्कि यहां भारत और कुवैत की बात हो रही है. मैं आंतरिक रूप से यह लड़ाई लड़ रहा हूं. कृपया मुझसे बार-बार यह पूछकर मेरी परेशानी ना बढ़ाएं कि मैं कैसा महसूस कर रहा हूं. मैं उस तरीके से नहीं सोचना चाहता. हमें हर हालत में यह मैच जीतना है. यह लक्ष्य आसान नहीं है, लेकिन हम तैयार हैं. हमें कोलकाता में काफी अच्छा सपोर्ट मिल रहा है.”

क्यों जरूरी है जीत?

भारत आज तक फीफा वर्ल्ड कप क्वालीफायर्स के फाइनल-18 चरण तक नहीं पहुंच सका है. फिलहाल ग्रुप ए में भारत, कतर के बाद दूसरे स्थान पर है जो पहले ही अगले स्टेज के लिए क्वालीफाई कर चुकी है. अब अगर भारतीय टीम कुवैत को हरा देती है तो तीसरे स्थान पर मौजूद अफगानिस्तान के लिए क्वालीफाई करना लगभग नामुमकिन हो जाएगा. क्योंकि भारत और अफगानिस्तान के बीच 7 गोल का अंतर है, इसलिए अफगानिस्तान क्वालीफाई करना चाहती है तो उसको कतर जैसी मजबूत टीम के खिलाफ बहुत बड़े अंतर से जीत दर्ज करनी होगी. मगर कुवैत को हराते ही भारत का अगले चरण में जाना लगभग तय हो जाएगा.