नईदिल्ली : कंगना रनौत ने हाल ही में लोकसभा चुनाव 2024 में बीजेपी के टिकट पर हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से जीत दर्ज की है. एक्ट्रेस इस विजय की खुशी अभी अच्छे से मना भी नहीं पाईं थी कि वे चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ की महिला कॉन्स्टेबल के थप्पड का शिकार हो गईं. वहीं आज सुबह जब नवनिर्वाचित सांसद पार्लियामेंट पहुंचीं तो वे रिपोर्टर से ही उलझ गईं. इसका वीडियो खूब वायरल हो रहा है.
कंगना लोकसभा चुनाव में तो जीत गई हैं लेकिन उनके साथ विवाद जुड़ने भी शुरू हो गए हैं. बीते दिन दिल्ली आने के दौरान चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर सीआईएसएफ की महिला कॉन्स्टेबल का करारा तमाचा खा चुकीं कंगना रनौत आज सुबह जब संसद पहुंचीं तो काफी गुस्से में नजर आईं. इस दौरान वे रिपोर्ट्स से ही उलझ बैठीं.कंगना गुस्से में एक रिपोर्टर का माइक हटाती दिखीं जिस पर रिपोर्टर कहता सुना गया, ” एक मिनट मैडम, ये क्या कर रही हैं आप, मैं सवाल पूछ रहा हूं.” अब कंगना का रिपोर्टर संग उलझने का वीडियो वायरल हो रहा है. बता दें कि बीजेपी सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत एनडीए संसदीय दल की बैठक के लिए संसद पहुंचीं हैं.
चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर कॉन्स्टेबल से कंगना को पड़ा था थप्पड़
कंगना रनौत बीते दिन दिल्ली आने के लिए चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर पहुंची थीं. इसी दौरान कुलविंदर कौर नाम की महिला सिपाही ने कंगना को थप्पड़ रसीद कर दिया. बताया जा रहा है कि महिला सिपाही कंगना के किसान आंदोलन पर दिए बयान से नाराज थी. वहीं थप्पड़ कांड के बाद कंगना रनौत ने कुलविंदर के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की थी. जिसके बाद CISF की महिला गार्ड के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए उसे सस्पेंड कर दिया . वहीं इस मामले में जांच के आदेश भी दिए गए है.
थप्पड कांड के बाद कंगना ने जारी किया था बयान
बता दें कि थप्पड़ कांड के बाद कंगना रनौत ने अपने इंस्टा पर एक वीडियो जारी कर अपना स्टेटमेंट दिया था. कंगना ने वीडियो में कहा था, “मुझे मेरे वेलविशर्स के फोन आ रहे हैं. सबसे पहले मैं आपको बता दूं कि मैं सेफ हूं. आज जो चंडीगढ़ एयरपोर्ट पर हादसा हुआ वो सिक्योरिटी चेक के साथ में हुआ. मैं वहां सिक्योरिटी चेक के बाद जैसे ही निकली वैसे ही दूसरे केबिन में जो महिला थी उसने मेरे वहां से क्रॉस करने का इंतजार किया और साइड से आकर मेरे फेस पर चांटा मारा और गालियां देने लगी.
कंगना ने आगे कहा कि, ”मुझे थप्पड़ मारने वाली महिला CISF की गार्ड है. जब मैंने उनसे पूछा कि ऐसा क्यों किया तो उन्होंने कहा कि वो किसान आंदोलन को सपोर्ट करती हैं. लेकिन मेरा कन्सर्न है कि जो आतंकवाद और उग्रवाद पंजाब में बढ़ रहा है, उसे हम कैसे हैंडल करेंगे.”