नईदिल्ली : टी20 वर्ल्ड कप 2024 की पिचों को लेकर काफी विवाद देखने को मिल रहा है। इस बार न्यूयॉर्क में बल्लेबाजों को परेशानी हुई है और चोट लगने की घटनाएँ भी सामने आ रही हैं। न्यूयॉर्क के नसाऊ काउंटी ग्राउंड में भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबला भी होना है। वर्ल्ड कप को लेकर पहले भी पिचों पर विवाद हुआ है। 4 घटनाओं का जिक्र यहाँ किया गया है।
वानखेड़े स्टेडियम: साल 2023 के दौरान भारत में खेले गए वर्ल्ड कप में भारत और न्यूजीलैंड के मैच में अंतिम समय में फैसला हुआ कि इस्तेमाल की गई पिच पर मुकाबला खेला जाएगा। इसके बाद खबरें सामने आई कि आईसीसी को बताये बिना ही ऐसा कर दिया गया। अहमदाबाद में फाइनल मैच के दौरान भी पिच को लेकर कुछ इसी तरह की खबरें सामने आई थी।
एडिलेड ओवल: भारत और इंग्लैंड के बीच साल 2022 में टी20 वर्ल्ड कप का सेमीफाइनल मुकाबला एडिलेड ओवल में खेला गया था। इस दौरान इस्तेमाल की गई पिच पर मुकाबला आयोजित कराने की खबरों ने तूल पकड़ लिया था। इंग्लिश मीडिया ने इसका दोष बीसीसीआई और आईसीसी के ऊपर मढ दिया।
ब्रिसबेन 2015: इस वर्ल्ड कप में पाकिस्तान ने जिम्बाब्वे के खिलाफ मुकाबला खेला था और यह एक कम स्कोरिंग मुकाबला था। पाक ने 235 रन बनाकर जिम्बाब्वे को 215 पर रोक दिया था। इसके बाद आरोप जड़े गए कि भारत को अच्छी पिचें मिल रही हैं। पाकिस्तान के साथ चीजें खराब हुई हैं।
न्यूयॉर्क: ताजा मामला मौजूदा टी20 वर्ल्ड कप का ही है। न्यूयॉर्क के नसाऊ काउंटी क्रिकेट स्टेडियम में भारत और आयरलैंड के बीच खेला गया मैच काफी चर्चा में रहा है। बाहर से बनाकर लाई गई पिचों पर बल्लेबाज परेशानी में दिखाई देते हैं। श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए मैच में भी स्थिति कुछ इसी तरह की रही थी। नसाऊ की पिच को लेकर लगातार सवाल खड़े हो रहे हैं। शायद यह अब तक की सबसे खराब पिच है।