छत्तीसगढ़

जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव हुए तो इंडिया या NDA पड़ेगा भारी? लोकसभा चुनाव के नतीजों से मिले संकेत

जम्मू : जम्मू और कश्मीर में विधानसभा चुनावों को लेकर चुनाव आयोग ने जो संकेत दिए हैं, उससे लगता है आने वाले दिनों में कभी भी इस केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव तारीखों का ऐलान हो सकता है। जम्मू और कश्मीर में लोकसभा की पांच सीटें हैं, जिनमें से 2 बीजेपी जीती है और 2 सीटें नेशनल कांफ्रेंस ने जीती है और 1 सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी ने बाजी मारी है।

इस बार भी कांग्रेस और पीडीपी को इस केंद्र शासित प्रदेश में एक भी सीट नहीं मिली है। इस बार के लोकसभा चुनावों में यहां कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस ने तो इंडिया ब्लॉक के तहत गठबंधन में चुनाव लड़ा था, लेकिन महबूबा मुफ्ती की अगुवाई वाली पीडीपी ने अकेले चुनाव लड़ा और वह खुद भी अनंतनाग-राजौरी से अपनी सीट नहीं बचा सकीं। इसी तरह से नेशनल कांफ्रेंस के उमर अब्दुल्ला भी बारामूला से चुनाव हार गए।

सबसे ज्यादा सीटों पर नेशनल कांफ्रेंस को बढ़त
जम्मू और कश्मीर की सभी पांचों लोकसभा सीट में विधानसभा की कुल 90 क्षेत्र शामिल हैं। इनमें से 34 सीटों पर नेशनल कांफ्रेंस को, 29 पर बीजेपी को, 7 पर कांग्रेस को, 5 पर पीडीपी और 1 पर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस को बढ़त मिली है। इनके अलावा 14 सीटों पर तिहाड़ जेल में बंद निर्दलीय इंजीनियर राशिद को बढ़त मिली है।

बता दें कि पीपुल्स कांफ्रेंस जम्मू और कश्मीर में भाजपा की सहयोगी है। इस तरह से एनडीए को 90 सीटों वाली विधानसभा में 30 सीटों पर बढ़त मिलती दिख रही है। वहां नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस को 41 सीटों पर बढ़त मिल सकती है। अगर विधानसभा चुनाव में पीडीपी भी इंडिया ब्लॉक का हिस्सा बनने के लिए तैयार हुई तो विधानसभा क्षेत्रों में बढ़त का यह आंकड़ा 46 तक पहुंच सकता है, जो कि जादुई आंकड़े से अधिक है।

हालांकि, लोकसभा और विधानसभा चुनाव के मुद्दे बदल जाते हैं, इसलिए तब भी ऐसा ही चुनाव परिणाम रहेगा यह कहना मुश्किल है। यह भी तथ्य जानना जरूरी है कि बीजेपी कश्मीर घाटी में कहीं से भी चुनाव नहीं लड़ी है; और न ही पीडीपी या नेशनल कांफ्रेंस जम्मू डिविजन की दोनों ही सीटों पर चुनाव लड़ा है।

5 अगस्त, 2019 को जम्मू और कश्मीर से आर्टिकल-370 हटा लिया गया था और उसके बाद से यह केंद्र शासित प्रदेश बन चुका है, जहां के लिए विधानसभा की भी व्यवस्था है। लेकिन, तब से एक बार भी चुनाव नहीं हुए हैं।