नईदिल्ली : जनता दल सेक्युलर (जेडी-एस) से निष्कासित किए गए नेता और पूर्व सांसद प्रज्ज्वल रेवन्ना की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रहीं। पहले उन पर कई महिलाओं के यौन शोषण और दुष्कर्म के आरोप लगे। इसके बाद उन्हें हासन लोकसभा सीट से हार भी झेलनी पड़ी और अब उन पर कानून का शिकंजा कसता जा रहा है। यौन शोषण और दुष्कर्म के आरोप में बंगलूरू की एक विशेष अदालत ने रेवन्ना को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
अदालत में एसआईटी ने रेवन्ना पर लगाई कई आरोप
बता दें कि कर्नाटक सरकार ने मामले की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया था। एसआईटी द्वारा रेवन्ना को अदालत में पेश किया गया है। इससे पहले 31 मई को अदालत ने रेवन्ना को 6 जून तक एसआईटी की हिरासत में भेजा था। इसके बाद हिरासत को 10 जून तक बढ़ाया गया। जेडी-एस से निष्कासित नेता को हिरासत में विस्तृत जांच का सामना करना पड़ा। एसआईटी ने इकट्ठा किए गए सबूत, गवाहों के बयानों के आधार पर रेवन्ना से पूछताछ की। इसके बाद अदालत में पूर्व सांसद के खिलाफ कई आरोप दायर किए। इसके बाद कोर्ट ने भी आरोपों की गंभीरता को समझते हुए रेवन्ना की हिरासत को 14 दिन के लिए बढ़ा दिया। अब प्रज्ज्वल को 24 जून तक एसआईटी की कड़ी पूछताछ का सामना करना होगा। अदालत ने आरोपों की गंभीरता और एसआईटी द्वारा पेश किए गए सबूतों को ध्यान में रखते हुए उन्हें 24 जून तक 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजने का फैसला किया।
जर्मनी भाग गए थे प्रज्ज्वल
हासन लोकसभा सीट में मतदान से ठीक पहले प्रज्ज्वल के विवादित और आपत्तिजनक वीडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित हुए थे। मतदान के अगले दिन प्रज्ज्वल रेवन्ना जर्मनी भाग गए थे। उधर, सीबीआई ने रेवन्ना के ठिकानों का पता लगाने के लिए ब्लू कॉर्नर नोटिस जारी किया था। 18 मई को बंगलूरू की एक विशेष अदालत ने रेवन्ना के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट जारी किया था। 31 मई को जैसे ही प्रज्ज्वल बंगलूरू के कैंपेगौड़ा एयरपोर्ट पर पहुंचे, तो एसआईटी ने उन्हें हिरासत में ले लिया था।