नईदिल्ली : मैदानी इलाकों में हीटवेव के चलते हालात खराब हो गए हैं। रातों में तापमान सामान्य से काफी अधिक होने के चलते जन जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ने के अलावा बीते 24 घंटे में 19 शव मिले हैं। इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय ने सख्त एक्शन लिया है। जिसके तहत अस्पताल में मौसम को देखते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं की पूरी क्षमता के साथ उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए हैं। मंत्रालय ने स्थिति को देखते हुए सभी एमएस, एमडी और सीडीएमओ को एक पत्र भेजा है।
दिल्ली एनसीआर समेत पूरा उत्तर भारत भीषण गर्मी (Heat) की चपेट में हैं। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मौतों और मरीजों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। बीते 24 घंटे में शव मिले हैं। जबकि अस्तपाल में तेजी से मरीजों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में बुधवार को दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने सभी एमएस, एमडी और सीडीएमओ को एक परिपत्र किया। जिसमें स्वास्थ्य अधिकारियों का सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने को कहा गया।
मंत्रालय ने निर्देश दिए कि सभी अस्पतालों में आपातकालीन सेवाएं पूरे 24 घंटे चालू रहें। पत्र में आगे कहा कि हीटस्ट्रोक के मरीजों को संभालने के लिए एक वरिष्ठ डॉक्टर को हमेशा आपातकाल में मौजूद रहना चाहिए। नोटिस में कहा गया है कि एमएस/एमडी को व्यक्तिगत रूप से ऐसे रोगियों के तत्काल भर्ती करने के बाद समय से इलाज शुरु किया जाए, ताकि जीवन को बचाया जा सके।
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने केंद्र सरकार के अधीन आने सभी हॉस्पिटल और मेडिकल इंस्टीट्यूट को आदेश जारी किए हैं कि हीट वेव के कारण बीमार हुए लोगों को प्राथमिकता दी जाए।
बीते 24 घंटे में मिले 19 शव
पिछले चौबीस घंटे के अंदर दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में हीटस्ट्रोक के कारण 5 लोगों की मौत हो गई, जबकि 46 मरीज भर्ती हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक राम मनोहर लोहिया अस्पताल में 22 मरीजों को भर्ती कराया गया है। इसमें 5 मरीजों की मौत हो गई। आशंका हीटस्ट्रोक की व्यक्त की जा रही है। वहीं 12 मरीज वेंटिलेटर पर हैं और उनकी हालत गंभीर है। जबकि नोएडा में पिछले 24 घंटे में संदिग्ध परिस्थिति में 14 लोगों की मौत हो गई।
CMS ने कहा- पोस्टमार्टम से पता चलेगी असली वजह
नोएडा जिला अस्पताल की CMS रेणु अग्रवाल ने बताया कि कल हमारे यहां 14 ब्रॉड डेड के मामले आए थे, कुछ लोगों को पुलिस लेकर आई थी और कुछ लोगों को उनके परिजन लेकर आए थे, मौत का सही कारण पोस्टमार्टम के बाद ही पता चल पाएगा। उन्होंने कहा कि लू और हीटस्ट्रोक से मौत की बात भी पोस्टमार्टम से पता चलेगी. सभी शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है, रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
LNJP में का क्या है हाल?
LNJP अस्पताल के मेडिकल डायरेक्टर सुरेश कुमार के मुताबिक, हास्पिटल में हीट स्ट्रोक 9 मरीज भर्ती हैं। इनमें से चार की हालत गंभीर है। शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया है। इन मरीजों को वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है।