नईदिल्ली : टी20 विश्व कप 2024 के दोनों सेमीफाइनल मुकाबले 27 जून को खेले जाएंगे। पहले सेमीफाइनल में अफगानिस्तान के सामने दक्षिण अफ्रीका की चुनौती होगी। यह मैच त्रिनिदाद में खेला जाएगा। वहीं, दूसरे सेमीफाइनल में टीम इंडिया का सामना डिफेंडिंग चैंपियंस इंग्लैंड से है। यह मैच गुयाना में खेला जाएगा। इस मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि उनकी टीम इंग्लैंड के खिलाफ दबाव वाले टी20 विश्व कप सेमीफाइनल में शांत रहने और चीजों को सरल रखने पर ध्यान दे रही है।साथ ही उन्होंने स्वीकार किया कि टीम को अतीत में विफलता के डर से जूझना पड़ा है। रोहित ने मैच में चार स्पिनर्स के साथ उतरने को लेकर भी बातचीत की।
भारतीय टीम एडिलेड ओवल में 2022 सेमीफाइनल में मिली 10 विकेट की करारी हार का बदला लेने के लिए इंग्लैंड के खिलाफ मैदान में उतरेगी। रोहित से जब पूछा गया कि क्या विश्व खिताब के लिए उनकी टीम को विफलता के डर या पिछले प्रयासों में दुर्भाग्य के कारण हार का सामना करना पड़ा है तो उन्होंने कहा, ‘यह थोड़ा थोड़ा दोनों का रहा है।’
उन्होंने कहा, ‘हम इसे सामान्य मैच की तरह लेना चाहते हैं। हम इस बारे में बात नहीं करना चाहते कि यह सेमीफाइनल है। हम एक दूसरे के साथ का लुत्फ उठा रहे हैं और हमें इसे जारी रखना है। यह नॉकआउट मैच है। अगर आप बहुत ज्यादा सोचते हैं तो इससे कोई फायदा नहीं होता।’ मुंबई के इस 37 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि उनके साथी गुरुवार को चतुराई भरा क्रिकेट खेलेंगे।
रोहित ने कहा, ‘ईमानदारी से कहूं तो 2022 के बाद से बहुत ज्यादा बदलाव नहीं हुआ है। हमने टी20 और वनडे में खुले दिमाग से खेलने की कोशिश की है। यह सब परिस्थितियों पर निर्भर करता है जो पूरे टूर्नामेंट में चुनौतीपूर्ण रही। हम एक सूझबूझ वाली क्रिकेट टीम बनना चाहते हैं। मैंने व्यक्तिगत रूप से और खिलाड़ियों के लिए भी चीजों को सरल रखा है। हमने भूमिका में स्पष्टता से अच्छा प्रदर्शन किया है और खिलाड़ियों पर भरोसा किया है कि वे मैदान पर अच्छे निर्णय लेंगे।’
रोहित ने कहा, ‘हर कोई जानता है कि उन्हें अपना काम पूरा करना है। हमें 2022 से 2024 तक बदलाव की जरूरत नहीं है।’ उन्होंने आस्ट्रेलिया के खिलाफ सुपर आठ चरण के महत्वपूर्ण मैच में 41 गेंद में 92 रनों की तूफानी पारी खेलकर टीम की अगुआई की थी। कप्तान ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में उनके लिए जो चीज कारगर रही है वो है शांत रहना।
उन्होंने कहा, ‘शांत और संयमित रहना अहम है। पिछले कुछ वर्षों में शांत रहना मेरे लिए कारगर रहा है। कई बार आप अपना आपा भी खो सकते हैं। आपको जो करना है, मैं उसे करने देने में खुश हूं। लेकिन अगर इससे टीम को नुकसान होता है तो मैं ऐसा नहीं होने दूंगा। भारतीय क्रिकेट टीम हमेशा दबाव में रहती है। ज्यादातर खिलाड़ी इसके आदी हैं।’
कैरेबियाई मैदानों में विकेट स्पिन गेंदबाजी के लिए मददगार हैं, लेकिन रोहित ने इस बात पर कोई प्रतिबद्धता नहीं जताई कि टीम में चार स्पिनर होंगे या नहीं। कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव और अक्षर पटेल ने टूर्नामेंट के वेस्टइंडीज चरण में अब तक शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने कहा, ‘हम परिस्थितियों का आकलन करेंगे और फिर चार स्पिनरों पर फैसला लेंगे।’