नईदिल्ली : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार (27 जून) को अपने अभिभाषण में 1975 में लागू आपातकाल का जिक्र किया. इस पर अब आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने केंद्र सरकार को घेरा है. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा है कि पिछले 10 साल से लागू आपातकाल का जिक्र क्यों नहीं किया गया? उन्होंने आरोप लगाया कि आज देश में खुलेआम जांच एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है.
आप सांसद संजय सिंह ने कहा, ”इस देश में पिछले 10 साल से आपातकाल लगा हुआ है. हम सब लोग जानते हैं कि राष्ट्रपति का भाषण सरकारी भाषण होता है, जो राष्ट्रपति के द्वारा पढ़वाया जाता है. राष्ट्रपति को अपने भाषण में इसका जिक्र करना चाहिए था कि जांच एजेंसियों का किस तरह दुरुपयोग किया जा रहा है.”
उन्होंने आरोप लगाते हुए आगे कहा, ”आपने दो मुख्यमंत्रियों को पकड़कर जेल में डाल दिया है. हेमंत सोरेन जेल में हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री जेल में हैं. शिक्षा मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री जेल में हैं. पूरे देश में ईडी और सीबीआई का खुलेआम दुरुपयोग हो रहा है. आपातकाल और क्या होता है. आपने ने इस हाउस के अंदर पूर्व सांसदों का घुसना बंद कर दिया. ये जो हमारे सभापति महोदय जो हैं, जिस दिन ये सभापति के पद से हटेंगे, वो इस हाउस के अंदर जा नहीं सकते हैं. ये क्या है?
आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ये भी कहा, ”पहले जो पूर्व सांसद आकर हाउस की कार्यवाही देखते थे, इस नई संसद की बिल्डिंग के अंदर उनका प्रवेश बंद कर दिया. ये तो अच्छा हुआ कि ये 240 पर रुक गए, अगर 300 आ जाती तो पता नहीं अबतक ये क्या करते? बता दें कि राष्ट्रपति ने 18वीं लोकसभा में पहली बार दोनों सदनों की संयुक्त बैठक में अपने अभिभाषण में आपातकाल का जिक्र किया.
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कहा, ”आज 27 जून है. 25 जून, 1975 को लागू हुआ आपातकाल, संविधान पर सीधे हमले का सबसे बड़ा और काला अध्याय था. तब पूरे देश में हाहाकार मच गया था लेकिन ऐसी असंवैधानिक ताकतों पर देश ने विजय प्राप्त करके दिखाई, क्योंकि भारत के मूल में गणतंत्र की परंपराएं रही हैं.” जब राष्ट्रपति ने आपातकाल का उल्लेख किया तो सत्तापक्ष के सदस्यों ने ‘शेम-शेम’ के नारे भी लगाए.