छत्तीसगढ़

लिफ्ट में हुई देवेंद्र फडणवीस और उद्धव ठाकरे की मुलाकात, लगने लगे कयास; ऐसे लगा चर्चाओं पर विराम

मुंबई : महाराष्ट्र की राजनीति में नई चर्चाओं को बल मिला है। ऐसा इसलिए क्योंकि उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और शिवसेना-यूबीटी के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे की गुरुवार को संयोगवश विधानसभा की लिफ्ट में मुलाकात हुई। महाराष्ट्र विधानसभा के मानसून सत्र के ठीक एक दिन पहले फडणवीस और ठाकरे एक साथ लिफ्ट का इंतजार कर रहे थे। इस दौरान दोनों नेताओं के बीच बातचीत भी हुई। इसे लेकर महाराष्ट्र के सियासी हलकों में कयासों का दौर शुरू भी हो गया।

उद्धव ठाकरे ने कयासों पर लगाया विराम
हालांकि, शिवसेना-यूबीटी अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने इन कयासों पर विराम लगाते हुए कहा ‘लोगों को ‘ना ना करते प्यार तुम्हीं से कर बैठे’ गीत याद आ रहा होगा लेकिन, ऐसा कुछ भी नहीं हुआ।’ ठाकरे ने आगे कहा कि लिफ्ट के कान नहीं होते और इस तरह की मुलाकात होना एक अच्छी बात है। यह एक अप्रत्याशित मुलाकात थी और इसका कोई निष्कर्ष नहीं निकाला जाना चाहिए।

भाजपा विधायक प्रवीण दारेकर ने क्या कहा?
जिस समय लिफ्ट में लिफ्ट में फडणवीस और ठाकरे की मुलाकात हुई, उस समय भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक प्रवीण दारेकर भी वहीं मौजूद थे। उन्होंने कहा कि लिफ्ट का दरवाजा खुलते ही देवेंद्र फडणवीस सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यालय की ओर बढ़ गए और उद्धव ठाकरे  विपक्षी पार्टी कार्यालय की ओर चले गए। दारेकर ने कयासों पर विराम लगाते हुए कहा कि उद्धव का सत्तारूढ़ दल के साथ जुड़ने का कोई इरादा नहीं है।

शिवसेना नेता संजय शिरसाट का बयान
उधर शिवसेना नेता संजय शिरसाट का कहना है कि ठाकरे और फडणवीस के बीच मुलाकात दर्शाती है कि भले ही दोनों के बीच राजनीतिक दूरियां हों लेकिन दुश्मनी नहीं है। उन्होंने कहा राजनीतिक विवाद अलग बात हैं और आपसी रिश्ते अलग बात हैं।