नईदिल्ली : मेडिकल प्रवेश परीक्षा (नीट) और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं को लेकर विपक्ष संसद के दोनों सदनों में खास चर्चा चाहता है. जिसको लेकर विपक्षी दल I.N.D.I.A गठबंधन ने गुरुवार को कहा कि वह शुक्रवार को संसद के दोनों सदनों में नीट विवाद पर स्थगन प्रस्ताव लाएगा. कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर गठबंधन दलों की बैठक में यह फैसला लिया गया.
रिपोर्ट के मुताबिक, विपक्षी I.N.D.I.A अलायंस राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर बहस के दौरान नीट, महंगाई, बेरोजगारी, सीबीआई, ईडी और राज्यपाल कार्यालय के कथित दुरुपयोग के मुद्दे उठाए. विपक्षी सदस्य सोमवार को संसद परिसर में गांधी प्रतिमा के पास एकत्र होंगे.
बैठक के बाद कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि आज बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि आज I.N.D.I.A गठबंधन के घटक दलों ने बाकी चार दिनों के लिए अपनी रणनीतियों पर चर्चा की. जयराम ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद ‘धन्यवाद प्रस्ताव’ होगा. हमने इस पर भी चर्चा की. आज हमने कई मुद्दों पर बात की, जिसमें लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव कैसे हुआ और राष्ट्रपति का संयुक्त अभिभाषण शामिल है.
इसके अलावा ,कांग्रेस नेता ने इस बात पर जोर दिया कि विपक्ष “हमलावर” मोड में होगा और उल्लेख किया कि लोकसभा चुनाव का जनादेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए “व्यक्तिगत”, “राजनीतिक” और “नैतिक” हार है. उन्होंने कहा, कि विपक्ष उन्हें हर दिन इसकी याद दिलाएगा.
वहीं, डीएमके सांसद टी. शिवा ने कहा, “हम कल नीट मुद्दे पर (संसद में) नोटिस देंगे.” दरअसल, नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार मेडिकल परीक्षा नीट में अनियमितताओं और यूजीसी-नेट, सीएसआईआर यूजीसी-नेट और नीट-पीजी परीक्षाओं को रद्द करने के आरोपों को लेकर विपक्ष के निशाने पर है. इसने देश भर में विरोध प्रदर्शनों को बढ़ावा दिया है, जिसमें प्रदर्शनकारियों और राजनीतिक दलों ने एनटीए को भंग करने की मांग की है.