नईदिल्ली : नीट पेपर लीक मामले की जांच कर रही सीबीआई ने झारखंड के हजारीबाग से एक ई-रिक्शा चालक को हिरासत में लिया है. उससे सीबीआई गेस्ट हाउस में पूछताछ चल रही है. ई रिक्शा चालक हजारीबाग के नूतन नगर का रहने वाला है. उसके रिक्शा के जरिए ही नीट के पेपर एसबीआई बैंक पहुंचे थे. आरोप है कि कूरियर कंपनी से SBI की दूरी महज डेढ़ किलोमीटर है, जिसे 2 घंटे में तय किया गया था.
पेपर लीक मामले में महाराष्ट्र सरकार ने भी बड़ा फैसला लिया है. इससे जुड़े सभी मामलों की जांच की जिम्मेदारी सीबीआई को सौंपना का निर्णय लिया है. महाराष्ट्र के लातूर में भी नीट पेपर लीक का मामला सामने आया था. इस केस में लातुर पुलिस ने दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इनकी पहचान जलील पठान और इराप्पा के रूप में हुई है जबकि एफआईआर में नामजद दो आरोपी फरार हैं. अभी तक लातूर पुलिस ने 6 अन्य लोगों के बयान भी दर्ज किए हैं. एक टीम उत्तराखंड भी भेजी है.
लातूर नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार जिला परिषद स्कूल के हेड मास्टर जलील पठान को निलंबित भी कर दिया गया है. पुलिस की जांच में आरोपियों के पास से नीट के अभ्यर्थियों के अलावा ग्रेड सी और ग्रेड बी की परीक्षा दे रहे अभ्यर्थियों के भी हॉल टिकट मिले हैं. पुलिस को आशंका है कि आरोपी नीट की परीक्षा के अलावा राज्य सरकार द्वारा आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं में भी धांधली करते थे.
पुलिस की जांच में ये भी पता चला कि नीट पेपर लीक मामले में फरार आरोपी गंगाधर गुंडे शिक्षकों और एजेंट के बीच की कॉमन कड़ी है. गंगाधर बिहार में कुछ लोगों से लगातार संपर्क में रहता था. ये नीट के छात्र हैं या वो दलाल, जिनका पेपर लीक से कनेक्शन है. हालांकि, यह अभी तक साफ नहीं हुआ है.
एक अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान कुछ व्हाट्सएप चैट और कॉन्टैक्ट नंबर मिले थे, जिससे यह साफ हुआ कि गंगाधर बिहार में कुछ लोगों के संपर्क में था. इस संबंध में महाराष्ट्र पुलिस जल्द ही बिहार पुलिस की मदद ले सकती है. जांच में यह भी पता चला कि गंगाधर महाराष्ट्र के सांगली का रहने वाला है. वो फिलहाल गुरुग्राम में रहता है. वहां की एक ऑटोमोबाइल कंपनी में काम करता है.