छत्तीसगढ़

माइकल वॉन का भारत की जीत पर अजीबोगरीब बयान, आर अश्विन-वसीम जाफर ने किया ट्रोल तो भज्जी ने लगा दी क्लास

नईदिल्ली : इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेट माइकल वॉन ने क्रिकेट के मैदान में शायद उतनी सुर्खियां ना बटोरी हों जितनी वह मैदान के बाहर बटोर रहे हैं। हालांकि ये अलग बात है कि वह जिस तरह की बयानबाजी सोशल मीडिया पर करते हैं उसकी वजह से कई पूर्व क्रिकेटर उनकी क्लास लगाते रहते हैं। टी-20 विश्वकप के सेमीफाइनल मुकाबले में जिस तरह से भारत ने इंग्लैंड को एकतरफा मैच में हराकर फाइनल में अपनी जगह पक्की की, उससे माइकल वॉन खुश नजर नहीं आ रहे हैं। मैच में इंग्लैंड की हार के लिए एक बार फिर से वह अजीबोगरीब वजहें बताने लगे हैं।

भारत की जीत पर माइकल वॉन ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके लिखा कि भारत फाइनल में अपनी जगह डिजर्व करता है, इस टूर्नामेंट में भारत बेस्ट टीम रहा है। इंग्लैंड के खिलाफ भारत इस पिच पर हावी होने वाला था। धीमी स्पिन पिच पर भारत काफी अच्छा करता है।

अश्विन ने किया ट्रोल

जिस तरह से माइकल वॉन ने भारत की जीत में पिच की भूमिका को अहम बताया उसपर रविचंद्रन अश्विन ने उनके मजे लिए हैं। अश्विन ने माइकल वॉन को ट्रोल करते हुए कैल्कुलस का फॉर्मूला लिखा और कहा कि इस वजह से भारत जीत गया।

गयाना की पिच पर खड़ा किया सवाल

भारत की जीत के बाद माइकल वॉन ने सोशल मीडिया पर एक और पोस्ट किया और कहा कि अगर इंग्लैंड ने दक्षिण अफ्रीका को हरा दिया होता तो त्रिनिदाद सेमीफाइनल में होता, मुझे लगता है कि वो मैच जीत जाते। लेकिन कोई शिकायत की बात नहीं है क्योंकि उन्होंने अच्छा नहीं खेला। लेकिन गयाना भारत के लिए जबरदस्त वेन्यू रहा है।

भज्जी ने लगा दी क्लास

एक बार फिर से जिस तरह से वॉन ने गयाना की पिच को लेकर बात की उसपर हरभजन सिंह ने कहा कि आपको कैसे लगता है कि गयाना भारत के लिए अच्छी पिच होती। दोनों टीमें एक ही मैदान पर खेली। इंग्लैंड ने टॉस जीता और यह एक बड़ा फायदा था।

बेवकूफी बंद कीजिए। इंग्लैंड को भारत ने हर फील्ड में मात दी है। इस सत्य को स्वीकार कीजिए और आगे बढ़िए और अपनी बकवास अपने पास रखिए। तर्क की बात करिए, मूर्खता नहीं।

फाइनल मुकाबला दक्षिण अफ्रीका के साथ

बहरहाल अहम बात यह है कि भारत वनडे के बाद टी20 विश्वकप के फाइनल में पहुंच गया है। फाइनल मुकाबला 29 जून को बारबाडोस में खेला जाएगा। पहली बार दक्षिण अफ्रीका की टीम विश्वकप के फाइनल में पहुंची है। ऐसे में एक तरफ जहां दक्षिण अफ्रीका पहली बार ट्रॉफी अपने नाम करने के इरादे से मैदान में उतरेगा तो भारत पिछले 11 साल के आईसीसी ट्रॉफी के सूखे को समाप्त करने की कोशिश करेगा।