भोपाल। अखिल विद्यार्थी परिषद छत्तीसगढ़ के पूर्व सदस्यों का एक प्रतिनिधिमंडल 23 जून को डिप्टी सीएम अरुण साव, पूर्व विधायक डॉ. विमल चोपड़ा के साथ भोपाल पहुंचा। यहां आयोजित शालिग्राम तोमर स्मृति समारोह के बाद दूसरे दिन 24 जून की सुबह सभी पूर्व कार्यकर्ताओं ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव से मुलाकात की।
सीएम मोहन यादव ने आत्मीय स्वागत करते हुए कहा, पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ की भौगोलिक सीमा के साथ-साथ दोनों राज्यों की साझा सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक विरासत है। दोनों राज्यों की सरकारों द्वारा संयुक्त कार्यक्रम किए जा सकते हैं। व्यवस्था और प्रबंधन की दृष्टि से दो राज्य बने हैं, लेकिन भावनात्मक रूप से आज भी हम एक हैं।
राष्ट्रनिर्माण को समर्पित दोनों राज्य
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने छत्तीसगढ़ से आए विद्यार्थी परिषद के प्रतिनिधिमंडल से संवाद करते हुए कहा, दोनों राज्यों के जनप्रतिनिधि राष्ट्रनिर्माण को समर्पित हैं। उन्होंने मध्य प्रदेश के विकास और जनकल्याण के लिए सुझाव व सहयोग भी मांगा। साथ ही आह्वान किया कि अपने ज्ञान और कौशल का मध्य प्रदेश में भी विस्तार करें।
उज्जैन का बताया पौराणिक महत्व
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उज्जैन के ऐतिहासिक और पौराणिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए छत्तीसगढ़ के प्रतिनिधिमंडल को बाबा महाकालेश्वर व उज्जैन स्थित भगवान श्रीकृष्ण परंपरा, देवी परंपरा के स्थानों और त्रिवेणी संग्रहालय के विभिन्न आयामों की जानकारी दी। कार्यक्रम को छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने भी संबोधित किया।
छात्र जीवन से संबंधित छायाचित्र भेंट किए
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के संस्थापक शालिग्राम तोमर के भोपाल में आयोजित स्मृति समारोह में भाग लेने परिषद के 70 सदस्यों का दल छत्तीसगढ़ से भोपाल पहुंचा। दल के सदस्यों ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मुलाकात कर उनके छात्र जीवन से संबंधित छायाचित्र भेंट किए।
अंगवस्त्र देकर अभिनंदन
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सीएम हाउस के समत्व भवन पहुंचे छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव को अंगवस्त्रम, पुष्पगुच्छ और स्मृति चिन्ह भेंट कर आत्मीय स्वागत किया। उनके साथ आए अन्य सदस्यों को भी अंग वस्त्र देकर अभिवादन किया गया।