नईदिल्ली : राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान मल्लिकार्जुन खड़गे ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। मणिपुर का मुद्दा उठाते हुए उन्होंने प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ कार्यक्रम पर भी तंज कसा।
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी केवल नारे देने में माहिर हैं; मणिपुर पिछले एक साल से जल रहा है लेकिन प्रधानमंत्री ने राज्य का दौरा नहीं किया।” राज्यसभा में अपने जवाब में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने आगे कहा, “विपक्षी दल आम आदमी की बात करते हैं जबकि प्रधानमंत्री मोदी केवल अपने ‘मन की बात’ करते हैं।”
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के संसद के संयुक्त संबोधन के जवाब से अपना धन्यवाद प्रस्ताव शुरू करते हुए, कांग्रेस नेता ने कहा, “राष्ट्रपति संसद का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, और हम राष्ट्रपति का सम्मान करते हैं। इस साल, राष्ट्रपति का पहला संबोधन जनवरी में था और दूसरा जून में। पहला संबोधन चुनावों के लिए था, और दूसरा उसकी नकल था। उनके संबोधन में दलितों, अल्पसंख्यकों और पिछड़े वर्गों के लिए कुछ भी नहीं था।”उन्होंने कहा, “राष्ट्रपति के अभिभाषण में न तो कोई दृष्टि थी और न ही कोई दिशा। पिछली बार की तरह, यह सिर्फ सरकार की सराहना के शब्दों से भरा था।”
इसके अलावा, अपने हमले को जारी रखते हुए, खड़गे ने दावा किया कि ‘विपक्षी दल आम आदमी की बात करते हैं जबकि पीएम मोदी केवल अपनी मन की बात करते हैं। उन्होंने राज्यसभा के अध्यक्ष से अपील की कि महात्मा गांधी, अंबेडकर और अन्य की मूर्तियों को संसद परिसर में उनकी मूल जगहों पर वापस रखा जाए।
संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, “किसी भी तरीके से किसी भी मूर्ति का अपमान नहीं किया गया, सम्मान किया गया है। देश की जनता उनके दर्शन कर सकती है। मिसलीड नहीं करना चाहिए।”खड़गे ने इस पर कहा, “जो तय हुआ था, वहीं बिठाते। आप ऐसा कर देते हो कि किसी को हम क्रिटिसाइज करें तो अलग कर देते हो। उनको ये कमेटी के बारे में मालूम नहीं है। कौन कौन से मेंबर हैं, आप देखिएगा।”
इस बीच, राज्यसभा के अध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने सत्र के दौरान राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी द्वारा आयोजित परीक्षाओं में अनियमितताओं और लीक पर चर्चा करने के लिए सांसदों द्वारा उठाए गए चार नोटिसों को स्वीकार करने से इनकार कर दिया। राज्यसभा अध्यक्ष ने यह कहते हुए नोटिसों को स्वीकार करने से इनकार कर दिया कि राष्ट्रपति ने दोनों सदनों के संयुक्त सत्र में अपने संबोधन में पहले ही निष्पक्ष जांच के लिए सरकार की प्रतिबद्धता का उल्लेख किया था।
पीएम नरेंद्र मोदी को घेरते हुए कांग्रेस नेता खड़गे ने कहा, “हम किसानों की बात करते हैं तो मोदी जी भैंस खोल ले जाने की बात करते हैं। हम बीजेपी के बांटने की बात करते हैं तो मोदीजी औरंगजेब की बात करने लगते हैं, हम पेपरलीक की बात करते हैं तो मोदीजी मंगलसूत्र की बात करने लगते हैं। हम रोजगार की बात करते हैं तो मोदीजी मन की बात करने लगते हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “इतिहास को लेकर निर्णय लेने में जनता सक्षम है। असत्य बोलना, लोगों को बांटना, ये सब काम पहली बार हुआ है। ये काम पहले किसी प्रधानमंत्री ने नहीं किया।”विदेशी मीडिया की कवरेज का उल्लेख करते हुए खड़गे ने कहा कि हम नहीं, विश्वगुरु को लेकर दुनिया के लोग बोल रहे हैं। पीएम ने चुनाव में जो बातें रखीं, वो नफरत की बातें थीं।