छत्तीसगढ़

द्रविड़ की विदाई पर भावुक हुए रोहित शर्मा, बोले-रितिका आपको मेरी वर्क वाइफ कहती हैं

नईदिल्ली : भारत के टी20 विश्व कप विजेता कप्तान रोहित शर्मा ने टीम के पूर्व मुख्य कोच राहुल द्रविड़ को एक भावनात्मक विदाई नोट लिखा है। इसमें हिटमैन ने उनके मानव-प्रबंधन कौशल और स्टारडम को ड्रेसिंग रूम में छोड़कर एक सामान्य व्यक्ति बने रहने के उनके स्वभाव के लिए आभार व्यक्त किया है।मुख्य कोच के रूप में लगभग तीन साल के लंबे कार्यकाल के बाद द्रविड़ ने पिछले महीने मुख्य कोच के पद को छोड़ दिया। उन्होंने टी20 विश्व कप 2024 में टीम इंडिया को चैंपियन बनाने के बाद अपना पद छोड़ दिया। साथ ही अपनी ट्रॉफी कैबिनेट में द्रविड़ ने एक आईसीसी ट्रॉफी को जगह दी।

रोहित ने अपने इंस्टाग्राम पेज पर अपने पहले अंतरराष्ट्रीय कप्तान के बारे में लिखा, ‘मेरी पत्नी (रितिका सजदेह) आपको मेरी कामकाजी पत्नी (वर्क वाइफ) कहती है और मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे भी आपको ऐसा कहने का मौका मिला।’ रोहित का भावुक होना इस बात का भी संकेत था कि भारतीय ड्रेसिंग रूम में खिलाड़ी-कोच के बीच समीकरण कैसे काम करता है।

आमतौर पर बहुत ज्यादा भावुक न होने वाले भारतीय कप्तान ने लिखा, ‘मैं आपको लेकर अपनी भावनाओं को ठीक से व्यक्त करने के लिए सही शब्द ढूंढने की कोशिश कर रहा हूं, लेकिन मुझे यकीन नहीं है कि मैं कभी ऐसा कर पाऊंगा। आप इस खेल के दिग्गज हैं, लेकिन आपने अपनी सारी प्रशंसा और उपलब्धियां ड्रेसिंग रूम के दरवाजे पर छोड़ दीं और हमारे कोच के रूप में काम करते रहे और उस स्तर पर आ गए जहां हम सभी आपके बारे में कुछ भी कहने के लिए काफी सहज महसूस करते थे।’

रोहित ने लिखा, ‘इतने समय के बाद भी यह आपका उपहार, आपकी विनम्रता और इस खेल के प्रति आपका प्यार है।’ रोहित ने 2007 में डबलिन में द्रविड़ की कप्तानी में सीनियर टीम में डेब्यू किया था। उन्होंने लिखा कि एक खिलाड़ी के रूप में अपने प्रारंभिक वर्षों के दौरान वह उन्हें किस तरह देखते थे। द्रविड़ ने हाल ही में खुलासा किया था कि वह रोहित ही थे जिनके फोन कॉल ने उन्हें पिछले साल वनडे विश्व कप के फाइनल में भारतीयों की हार के बाद इस्तीफा देने से रोक दिया था।

37 वर्षीय रोहित ने लिखा, ‘बचपन के दिनों से ही मैंने अरबों अन्य लोगों की तरह ही आपको देखा है, लेकिन मैं भाग्यशाली था कि मुझे आपके साथ इतने करीब से काम करने का मौका मिला। मैंने आपसे बहुत कुछ सीखा है और हर स्मृति संजोकर रखी जाएगी।’ कप्तान खुश थे कि उन्होंने एक साथ वैश्विक ट्रॉफी जीतने का लक्ष्य हासिल कर लिया। उन्होंने अंत में कहा, ‘यही एकमात्र चीज थी जो आपके ट्रॉफी कैबिनेट से गायब थी और मैं बहुत खुश हूं कि हमने इसे एक साथ हासिल किया। राहुल भाई, आपको अपना विश्वासपात्र, अपना कोच और अपना दोस्त कहना मेरे लिए सौभाग्य की बात है।’