छत्तीसगढ़

जिस बोइंग कैप्सूल में फंसी हैं भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स, उसकी वापसी की उम्मीदों पर क्या बोले अंतरिक्ष यात्री?

नईदिल्ली : अंतरिक्ष स्टेशन में फंसी भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स की वापसी को लेकर लगातार चिंता बनी हुई है। वह बोइंग कैप्सूल में तकनीकी खराबी आने की वजह से धरती पर वापस नहीं आ पा रही हैं। ऐसे में चिंताएं लगातार बढ़ती जा रही हैं। हालांकि नासा के वैज्ञानिक कई बार कह चुके हैं कि वापसी में भले तकनीकी वजहों से देरी हो रही है, लेकिन अंतरिक्ष स्टेशन में सुनीता विलियम्स समेत अन्य यात्री सुरक्षित हैं। सुनीता विलियम्स की वापसी को लेकर अंतरिक्ष यात्रियों बुच विल्मोर और सुनी विलियम्स ने बुधवार को विश्वास जताया कि बोइंग का अंतरिक्ष यान खराबियों के बावजूद उन्हें सुरक्षित धरती पर वापस पहुंचा सकता है।

बता दें कि तय कार्यक्रम के अनुसार दोनों को कुछ सप्ताह पहले ही अंतरिक्ष से वापस लौट आना था। नासा के परीक्षण पायलट विल्मोर और विलियम्स गत 5 जून को बोइंग के नए स्टारलाइनर कैप्सूल में सवार होकर अंतरिक्ष के लिए रवाना हुए थे। वे इस कैप्सूल में सवार होने वाले पहले मनुष्य हैं। कुछ खामियों की वजह से अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर उनका आगमन नहीं हो सका और इसमें देरी हो रही है।

धरती पर लौटने की जताई उम्मीद

अंतरिक्ष की कक्षा से अपने पहले संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने थ्रस्टर परीक्षण होने के बाद पृथ्वी पर लौटने की उम्मीद जताई। उन्होंने कहा कि उन्हें अंतरिक्ष की कक्षा में अधिक समय तक रहने से कोई शिकायत नहीं है और वे स्टेशन के कर्मी दल की मदद करने में आनंद उठा रहे हैं। विलियम्स ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मेरे दिल में वाकई अच्छी भावना है कि अंतरिक्ष यान हमें घर वापस लाएगा, कोई दिक्कत नहीं है।’